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600 मरीज इलाज कराये बिना लौटे

मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल के डॉ गिरधारी लाल पर हमले के विरोध में बुधवार को डॉक्टरों ने ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं ठप करा दीं. डॉक्टर अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे थे. ओपीडी बंद कर डॉक्टर अधीक्षक के चैंबर में जाकर बैठ गये. इमरजेंसी सेवा बंद होने की सूचना पर अधीक्षक डॉ मेंहदी हसन ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2018 6:06 AM
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल के डॉ गिरधारी लाल पर हमले के विरोध में बुधवार को डॉक्टरों ने ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं ठप करा दीं. डॉक्टर अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे थे. ओपीडी बंद कर डॉक्टर अधीक्षक के चैंबर में जाकर बैठ गये. इमरजेंसी सेवा बंद होने की सूचना पर अधीक्षक डॉ मेंहदी हसन ने डॉक्टरों को समझा कर दुबारा चालू कराया. लेकिन, डॉक्टर ओपीडी चालू नहीं करने की बात पर अड़े रहे.
इसके बाद अधीक्षक ने डीएसपी व नगर थानाध्यक्ष को सूचना दी. सूचना पर डीएसपी व नगर थानाध्यक्ष सदर अस्पताल पहुंचे. डीएसपी ने आश्वासन दिया कि डॉक्टर पर हमला करनेवालों की गिरफ्तारी 24 घंटे के भीतर होगी. उन्होंने डॉक्टर गिरधारी लाल से लिखित शिकायत करने की बात कही. इसके बाद डॉक्टर ओपीडी चालू करने पर राजी हुए. हालांकि, इस दौरान दिन के 12 बज गये थे. ओपीडी का टाइम खत्म हो गया था. डॉक्टरों ने शाम की ओपीडी में मरीज को देखने की बात कही.
छह सौ मरीज बिना इलाज कराये लौटे: सदर अस्पताल में इलाज कराने आये मरीज सुबह आठ बजे से ही पर्ची कटाकर लाइन में खड़े थे. इस बीच डॉक्टर भी ओपीडी पहुंचे और मरीजों का इलाज भी करना शुरू किया. इस दौरान करीब सौ पुर्जा काउंटर से काटे जा चुके थे. लेकिन, दो घंटे के इलाज के बाद करीब दस बजे डॉक्टरों ने ओपीडी से उठ बाहर निकल गये और कार्य का बहिष्कार कर दिया. साहेबगंज से अपने बच्चे का दिखाने आयी रिहाना खतून ने बताया कि उसके बेटे को बुखार है.
वह पर्ची लेकर लाइन में खड़ी थी. इसी बीच डॉक्टर उठ गये. अब इलाज कैसे होगा, इसकी चिंता लगी है. मोतीपुर से आयी उर्मिला देवी गर्भवती है, उसे पेट में दर्द था. लेकिन, डॉक्टरों की हड़ताल के कारण उसका इलाज नहीं हो पाया. कुढ़नी, गायघाट, मुशहरी से भी आये उमेश भगत, मदन लाल, रिंकू देवी, सरिता देवी भी इलाज कराने पहुंची थीं. सभी इलाज के इंतजार में शाम तक सदर अस्पताल में बैठे रहे.
डॉक्टरों ने कहा, पहले सुरक्षा फिर इलाज : डॉक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर डॉक्टर आक्रोशित दिखे. डॉक्टरों का कहना था कि पहले अस्पताल प्रशासन सुरक्षा बढ़ाये. तभी वे मरीजों का इलाज करेंगे. आये दिन कोई न कोई अस्पताल परिसर में घुस कर डॉक्टरों से मारपीट व रंगदारी करता रहता है. हालांकि, डीएसपी ने आश्वासन दिया कि अब पुलिस गश्ती दल रात्रि में अस्पताल में गश्त करेगी. साथ ही दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की जायेगी.

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