मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौनशोषण मामला: सीबीआई पहुंची बालिका गृह, रेड लाइट एरिया में भी की छानबीन
आरोपित मधु की तलाश तेज मुजफ्फरपुर : बालिका गृह यौनशोषण कांड की जांच कर रही सीबीआई ने सोमवार को बालिका गृह का निरीक्षण किया. साथ ही उक्त परिसर में रहनेवाले किरायेदार व आसपास के लोगों से भी पूछताछ की. शाम में जांच टीम जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्यालय पहुंची. विभागीय फाइलों को खंगालने के […]
आरोपित मधु की तलाश तेज
मुजफ्फरपुर : बालिका गृह यौनशोषण कांड की जांच कर रही सीबीआई ने सोमवार को बालिका गृह का निरीक्षण किया. साथ ही उक्त परिसर में रहनेवाले किरायेदार व आसपास के लोगों से भी पूछताछ की. शाम में जांच टीम जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्यालय पहुंची. विभागीय फाइलों को खंगालने के बाद प्रभारी सहायक निदेशक से भी पूछताछ की गयी. सीबीआई की टीम दूसरी बार यहां पहुंची थी. चर्चा इस बात की भी है कि सीबीआई ने रेड लाइट एरिया में भी छानबीन की है और वहां ब्रजेश ठाकुर की करीबी रही मधु के संबंध में जानकारी ली.
बंद कमरे में पूछताछ : सीबीआई सोमवार को करीब 1.10 बजे बालिका गृह पहुंची. पहले पूरे परिसर का निरीक्षण किया गया. इसके बाद भवन के प्रथम तल पर रहनेवाले किरायेदारों से बंद कमरे में पूछताछ की गयी. टीम ने ब्रजेश ठाकुर के मकान का भी निरीक्षण किया. साथ ही मुहल्ले के लोगों से भी इस संबंध में जानकारी हासिल की. इस दौरान सीबीआई टीम ने एक समाचार पत्र में कार्य करनेवाले लोगों से भी पूछताछ की.
विभागीय फाइलों को खंगाला, कई सवालों के भी मांगे जवाब
मोबाइल भी खंगालेगी टीम
आरोपितों के विरुद्ध साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए सीबीआई कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. इसमें बालिका गृह परिसर स्थित मकान में रहनेवाले किरायेदार, ब्रजेश ठाकुर के परिजन, समाचार पत्र में कार्य करनेवाले कई कर्मियों के मोबाइल नंबर पर भी सीबीआई की नजर है. एक वर्ष पूर्व के कॉल डिटेल खंगाले जायेंगे.
कर्मियों से भी पूछताछ की
केस की आईओ विभा कुमारी के साथ सीबीआई की चार सदस्यीय टीम समाहरणालय स्थित जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय पहुंची. वहां प्रभारी सहायक निदेशक ललिता कुमारी सहित अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की गयी. इसके बाद वर्ष 2009 से अबतक की फाइलों का टीम ने निरीक्षण किया.
मधु के बारे में ली जानकारी
इस कांड के खुलासे के बाद से ब्रजेश ठाकुर के कई राजदार शहर के गायब हैं. इनमें से मधु सहित अन्य की तलाश जारी है. मधु का संपर्क रेड लाइट एरिया से था. बालिका गृह से निकलने के बाद सीबीआई शहर के कुछ लोगों के यहां से गुजरती हुई रेड लाइट एरिया में पहुंची. वहां मधु के संबंध में जानकारी हासिल की गयी.
ब्रजेश सहित अन्य आरोपित को रिमांड पर लेने की तैयारी
सीबीआई टीम यौनशोषण के आरोपित जेल में बंद ब्रजेश ठाकुर सहित अन्य आरोपितों को रिमांड पर भी ले सकती है या कोर्ट की अनुमति से उनसे जेल में ही पूछताछ हो सकती है. इसकी तैयारी चल रही है. जेल भेजे जाने के बाद ब्रजेश ठाकुर से अब तक पूछताछ नहीं हो पायी है. पुलिस ने इसके लिए आवेदन दिया था, लेकिन कोर्ट ने यह कहते हुए इसे खारिज कर दिया कि आवेदन तय समय के बाद आया. जेल के अस्पताल में भर्ती ब्रजेश ठाकुर सहित अन्य आरोपितों को विशेष निगरानी में रखा गया है.
बाल कल्याण समिति भंग
मोतिहारी : बालक व बालिका गृहों के निरीक्षण व बालकों की देख-रेख में उदासीनता बरतने का खामियाजा जिला बाल कल्याण समिति को भी भुगतना पड़ा. समाज कल्याण विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए अगले आदेश तक के लिए जिला बाल कल्याण समिति को भंग कर दिया है. गोपालगंज जिला बाल कल्याण समिति को यहां का प्रभार दिया है.
विभाग ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) के प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की है. प्रतिवेदन में बताया गया है कि बाल कल्याण समिति द्वारा किशोर न्याय (बालकों की देख-रेख एवं संरक्षण) अधिनियम-2015 में दिये गये प्रावधानों का निर्वहन नहीं किया गया है.
इस कारण प्रतिवेदन में प्रतिकूल टिप्पणी की गयी है. इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई सहित संबंधित अधिकारियों को दे दी गयी है. आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि पूर्वी चंपारण के जिला बाल कल्याण समिति द्वारा बालक व बालिका गृहों के नियमित निरीक्षण व आवश्यक कार्रवाई में उदासीनता बरती गयी है. अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया गया है.
भागलपुर : एनजीओ काली सूची में
भागलपुर : बाल गृह के मामले में दो बड़ी कार्रवाई हुई है. पटना से पत्र जारी कर भागलपुर बाल कल्याण समिति को भंग करने का निर्देश दिया गया है. दूसरी बड़ी कार्रवाई प्रभारी बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक अर्चना कुमारी ने सोमवार को अपने औचक निरीक्षण में किया. बाल गृह में अनियमितता पाये जाने पर संचालक रूपम प्रगति समाज समिति को काली सूची में डालने की सिफारिश की गयी है. उक्त निरीक्षण में बाल गृह में चाइल्ड वेलफेयर पदाधिकारी सहित कई नदारद मिले और हर ओर गंदगी का आलम पाया गया. बाल गृह में बिजली कटने के बाद इनवर्टर नहीं होने पर अंधेरा छाये रहने व बच्चों द्वारा पदाधिकारियों पर मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया. वहां के रेकॉर्ड भी अपडेट नहीं मिले. रसोईयां भी वहां निरीक्षण के समय नहीं पाया गया .