जिला प्रशासन की जांच में नगर आयुक्त के आरोप सही
मुजफ्फरपुर : नगर निगम बोर्ड की बैठक में हुए हंगामे के दौरान नगर आयुक्त संजय दूबे के साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच रिपोर्ट डीएम माे सोहैल को सौंप दी है. अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गठित जांच टीम ने माना है कि नगर आयुक्त का आरोप सही है. उनके साथ डिप्टी […]
मुजफ्फरपुर : नगर निगम बोर्ड की बैठक में हुए हंगामे के दौरान नगर आयुक्त संजय दूबे के साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच रिपोर्ट डीएम माे सोहैल को सौंप दी है. अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गठित जांच टीम ने माना है कि नगर आयुक्त का आरोप सही है. उनके साथ डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला ने दुर्व्यवहार किया. नगर आयुक्त ने जांच दल के समक्ष घटना के साक्ष्य के तौर पर बैठक की वीडियो रिकाॅर्डिंग को दिखलाया.
रिपोर्ट में बताया गया है कि बैठक में मौजूद नगर निगम के कुछ कर्मचारी से भी पूछताछ की गयी है. इन्होंने इस घटना की पुष्टि की है. घटना के बारे में डिप्टी मेयर के पक्ष से हुई पूछताछ का हवाला देते हुए कहा है कि इस संदर्भ में वार्ड पार्षद 47 एवं अन्य इक्कीस पार्षदों ने अपना लिखित पक्ष रखा. इसमें पार्षदों ने स्पष्ट रूप से कहा कि डिप्टी मेयर पर लगाया आरोप मनगढंत है. नगर आयुक्त से पिछली बैठक का अनुपालन प्रतिवेदन रखने का आग्रह किया गया तो वे डिप्टी मेयर व पार्षदों के साथ अमर्यादित भाषा में बात करने लगे.
नगर आयुक्त का व्यवहार अनुसूचित जाति व महिला पार्षदों के साथ अशोभनीय था. हालांकि, जांच टीम ने पार्षद के आरोप पर अपना मंतव्य नहीं दिया है. रिपोर्ट में कहा है कि डिप्टी मेयर से पक्ष जानने का प्रयास किया गया है. लेकिन वे अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए. उनके निजी सहायक ने नगर आयुक्त से हुए पत्राचार की छाया प्रति दी.
इससे जाहिर है कि वार्ड सदस्यों के आग्रह पर कार्य नहीं हुआ है. मेयर ने भी नगर आवास विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्य संतोषप्रद नहीं होने की बात कही गयी है. टीम को पत्र का छाया प्रति उपलब्ध करायी गयी है.घटना के साक्ष्य का हवाला देते हुए जांच टीम ने नगर आयुक्त के द्वारा लगाये गये आरोप की पुष्टि की है.