पटना पहुंचे डीआइजी,समाज कल्याण िवभाग के अधिकारियों से होगी पूछताछ ती है पूछताछ

मुजफ्फरपुर/ पटना : बालिका गृह कांड को लेकर सीबीआई की सक्रियता से खलबली मची है. 12 जगहों पर एक साथ की गयी छापेमारी के बाद सीबीआई के डीआइजी अभय सिंह शनिवार को पूरी टीम के साथ पटना पहुंचे. शुक्रवार को पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा व उनके पति से पूछताछ तो हुई ही, समाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2018 5:21 AM

मुजफ्फरपुर/ पटना : बालिका गृह कांड को लेकर सीबीआई की सक्रियता से खलबली मची है. 12 जगहों पर एक साथ की गयी छापेमारी के बाद सीबीआई के डीआइजी अभय सिंह शनिवार को पूरी टीम के साथ पटना पहुंचे. शुक्रवार को पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा व उनके पति से पूछताछ तो हुई ही, समाज कल्याण विभाग के काउंसेलर के यहां भी टीम ने धावा बोला था.

अब समाज कल्याण के अधिकारियों से सीबीआई पूछताछ करने की तैयारी में है. सीबीआई ने 10 साल से समाज कल्याण विभाग के निदेशक के पद पर तैनात रहे अधिकारियों की सूची बनायी है. ब्रजेश से किन किन अधिकारियों से अच्छे संबंध थे, उसकी भी तहकीकात की जा रही है. मुजफ्फरपुर व पटना में तैनात रहे कई आइएएस व आइपीएस अधिकारियों से भी ब्रजेश के मधुर संबंध होने की जानकारी सीबीआई को मिली है. उससे जुड़े लोगों पर सीबीआई ने शिकंजा कसना शुरू किया है. यहां पटना में ब्रजेश ठाकुर के प्रात: कमल अखबार के दफ्तर से रजिस्टर मिला है, जिसमें दर्जनों नंबर दर्ज हैं. सभी का कॉल डिटेल खंगाला जा रहा है.
पूर्व डीएम से भी हो सकती है पूछताछ. मुजफ्फरपुर के महिला थाने में दर्ज कांड संख्या 3/2018 की जांच शुरू हो गयी है. साहू रोड, मुजफ्फरपुर स्थित सेवा संकल्प विकास समिति की ओर से संचालित बालिका गृह के अधिकार और कर्मचारी सभी बच्चियों का मानसिक, शारीरिक और यौन शोषण कर रहे थे. इसको लेकर खूब हो-हल्ला मचा तो मामला सीबीआई को दिया गया है. मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से नजदीकी का ही असर है कि पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रेश्वर वर्मा से साढ़े छह घंटे से अधिक पूछताछ हुई है. मंत्री पद से मंजू वर्मा को हाथ तक धोना पड़ा है. बताया जाता है कि मुजफ्फरपुर के पूर्व जिलाधिकारी (डीएम) धर्मेंद्र सिंह से भी पूछताछ हो सकती है.
बालिका गृह में लड़कियों से यौन शोषण के मामले में पूछताछ का दायरा बड़े अधिकारियों से लेकर नेताओं तक बढ़ सकता है. इसमें जिले के पूर्व डीएम धर्मेंद्र सिंह का भी नाम शामिल हैं. ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ सेवा संकल्प व विकास समिति को बालिका गृह चलाने की स्वीकृति समाज कल्याण विभाग में निदेशक पद पर रहते हुए उन्होंने ही दी थी. इसके अलावा उनसे पहले व
बाद के निदेशकों से भी पूछताछ हो सकती है.
इसके अलावा, कुछ और आईएएस अफसर हैं, जिनपर सीबीआई हाथ रख सकती है. बता दें कि सीबीआई ने 17 अगस्त को बिहार में 12 स्थानों पर छापेमारी की थी. पटना में पांच ठिकानों के अलावा, बेगूसराय, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर आदि शामिल हैं.

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