मुजफ्फरपुर: बिजली चोरी के केस की खबर ने तारसन खरौना डीह निवासी भोला चौधरी की जान ले ली. भोला के पुत्र मनीष कुमार ने बताया, उनके पिता विंध्याचल गये हुए थे. वहां से लौटने के बाद जब इन्हें पता चला, उन पर बिजली चोरी का केस किया गया है, तो उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी. वे काफी परेशान हो गये. इसी दौरान बाथरूम जाने के क्रम में हर्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी.
भोला चौधरी के तारसन खरौना डीह स्थित मिल पर करीब एक महीने पहले एस्सेल कंपनी के विजिलेंस टीम ने छापेमारी की थी, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं हुई. 26 दिन बाद 29 मई को श्री चौधरी पर बिजली चोरी का केस कर दिया गया. इधर, भोला के पुत्र मुकेश का आरोप है कि बिजली चोरी का केस गलत तरीके से किया गया है. कंपनी के कर्मचारी बिल चोरी पकड़ने के नाम पर उपभोक्ताओं से अवैध वसूली करते हैं. उनके पिता के साथ इसी तरह की साजिश हुई. आंधी के कारण मिल के लाइन का फेज उड़ गया था, जिसे ठीक नहीं किया जा रहा था. इसी बीच काम बाधित होता देख पोल से डायरेक्ट लाइन लिया गया.
उन्होंने कहा कि मेरे पिता की नीयत बिजली चोरी करना नहीं था. वे नियमित रूप से बिजली बिल जमा करते थे. उन्होंने कहा, गांव में कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें बिजली चोरी का आरोप लगा कर तंग किया जा रहा है. इससे लोग खुद प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं. इधर, ऐस्सेल कंपनी के पीआरओ आशिफ मसूद का कहना है कि बिजली चोरी की वीडियो रिकार्डिग की गयी हैं.
इसमें बिजली चोरी करते स्पस्ट देखा जा सकता है, जहां तक एक महीने बाद केस करने का सवाल है तो इसमें थाने के सहमिति से उपभोक्ता को फाइन की गयी राशि को जमा करने का समय दिया गया था, लेकिन उनकी ओर से पैसा जमा नहीं किया. इसके कारण भोला चौघारी पर बाद में एफआइआर हुआ.