मुजफ्फरपुर : सेंट्रल जेल में छापेमारी के दौरान ब्रजेश ठाकुर के पास से जब्त पर्ची पर जिन लोगों के मोबाइल नंबर लिखे मिले थे, सीबीआई उन सभी से पूछताछ करेगी. पर्ची पर 53 मोबाइल नंबर दर्ज हैं. सभी की सीबीआई ने पहचान कर ली है. बालिका गृहकांड की जांच कर रही सीबीआई उनलोगों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगी, जिनके नाम पर ये नंबर हैं.
11 अगस्त को जेल में छापेमारी के दौरान ब्रजेश के कक्ष से एक पर्ची मिली थी, जिसमें मोबाइल नंबर लिखे हुए थे. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने पर्ची पर लिखे एक-एक नंबर का कॉल डिटेल निकाला है. कई मोबाइल नंबरों पर ब्रजेश ने जेल से बातचीत भी की है. कॉल डिटेल से सीबीआई ने उस कॉमन नंबर का भी पता लगा लिया है, जिससे ब्रजेश जेल से ही बातचीत कर रहा था.
जब्त पर्ची पर कई वीआईपी नंबर भी हैं. छानबीन में पता चला कि शहर के एक अधिवक्ता का मोबाइल नंबर भी ब्रजेश की सूची में था. इसके अलावा कई पत्रकार और पटना में तैनात आईएएस अधिकारियों के प्राइवेट नंबर भी जब्त पर्ची पर दर्ज हैं. उन अधिकारियों से ब्रजेश के मधुर संबंध रहे हैं. इनमें से एक अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनकी तैनाती मुजफ्फरपुर जिले में रही है. इसके अलावा कई राजनीतिक दलों से जुड़े लोगोें के भी नंबर मिले हैं.
हो रही जांच, जेल से किनसे हुई बात
चार दिनों से सीबीआई की एक टीम ब्रजेश के पास मिले नंबरों पर ही काम कर रही है. एक-एक नंबर की तहकीकात कर यह पता किया जा रहा है कि जून माह में जेल जाने के बाद ब्रजेश किन-किन लोगों के संपर्क में था.
जेल से ब्रजेश ने बातचीत करने के लिए किन-किन नंबरों का प्रयोग किया है. इस मामले में सीबीआई जेल प्रशासन के खिलाफ भी कार्रवाई की अनुशंसा कर सकती है. यहीं नहीं, सीबीआई को जानकारी मिली है कि जेल से ब्रजेश कुछ पुलिस पदाधिकारियों के भी संपर्क में था.
मोबाइल के कॉल डिटेल से पुलिस पदाधिकारियों से भी बातचीत का सुराग सीबीआई ढूंढ़ रही है. अनुसंधान की प्रगति को लेकर शुक्रवार की देर रात से डीआईजी अभय सिंह खुद पटना में कैंप किये हुए हैं. हालांकि, सोमवार को एक टीम मुजफ्फरपुर पहुंची है.