पांच ट्रैक्टर व बॉबकट से रात में उठेगा कूड़ा

मुजफ्फरपुर : शहर की मुख्य सड़कों के साथ चौक-चौराहे पर पड़े कूड़े के ढेर अब प्रतिदिन रात्रि में उठाये जायेंगे. सशक्त स्थायी समिति में लिये गये निर्णय के बाद नगर आयुक्त ने इसके लिए एक स्थायी कर्मचारी को जवाबदेही सौंप दी है. निगम के कर्मचारी अमित कुमार को पूरे शहर से रात्रि में अभियान चला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2018 5:45 AM
मुजफ्फरपुर : शहर की मुख्य सड़कों के साथ चौक-चौराहे पर पड़े कूड़े के ढेर अब प्रतिदिन रात्रि में उठाये जायेंगे. सशक्त स्थायी समिति में लिये गये निर्णय के बाद नगर आयुक्त ने इसके लिए एक स्थायी कर्मचारी को जवाबदेही सौंप दी है. निगम के कर्मचारी अमित कुमार को पूरे शहर से रात्रि में अभियान चला कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी दी गयी है.
बहलखाना प्रभारी रामलखन सिंह को एक बॉबकट मशीन व पांच मजदूर के साथ पांच ट्रैक्टर ईंधन सहित उपलब्ध कराने को कहा है. रात्रि में जो ट्रैक्टर चालक व मजदूर होंगे. उनके पारिश्रमिक का भुगतान अलग से बैंक के माध्यम से होगा. नगर आयुक्त ने बहलखाना व सफाई प्रभारी के साथ वरीय सफाई प्रभारी को प्रतिदिन रात्रि में चले अभियान का प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी मिली है.
ढाई माह में भी ढाई सौ सड़कों का नहीं बना एस्टिमेट, आयुक्त ने इंजीनियरों को चेताया
मुजफ्फरपुर. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में नगर निगम के इंजीनियरों की रुचि नहीं दिख रही है. ढाई माह पहले नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने शहर के सभी 49 वार्डों के 250 योजनाओं का चयन कर एस्टिमेट तैयार करने का निर्देश दिया था. एक माह के अंदर मंत्री ने सभी योजनाओं के शिलान्यास करने की भी बात कही थी, लेकिन ढाई माह से अधिक का समय बीत चुके, अबतक एक भी योजना का एस्टिमेट तैयार नहीं किया गया है.
इस पर नगर आयुक्त संजय दूबे ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने नगर निगम के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा व सहायक अभियंता नंद किशोर ओझा को पत्र लिख कहा कि ढाई माह में एक भी योजना का एस्टिमेट तैयार होना काम के प्रति उनके लापरवाही व उदासीनता को दर्शाता है. एक सप्ताह में 245 योजनाओं का एस्टिमेट तैयार कर तकनीकी व प्रशासनिक स्वीकृति के लिए प्रस्तुत करें, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी.

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