पूर्व मेयर की हत्या के विरोध में मुजफ्फरपुर में कई जगह प्रदर्शन, सरकारी कार्यक्रम भी स्थगित
मुजफ्फरपुर : पूर्व मेयर समीर की हत्या के बाद मुजफ्फरपुर में भारी जन आक्रोश देखने को मिल रहा है. सोमवार के सुबह से लोग सड़क पर उतर कर कई स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. स्थानीय लोग पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. पूर्व मेयर के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग […]
मुजफ्फरपुर : पूर्व मेयर समीर की हत्या के बाद मुजफ्फरपुर में भारी जन आक्रोश देखने को मिल रहा है. सोमवार के सुबह से लोग सड़क पर उतर कर कई स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. स्थानीय लोग पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. पूर्व मेयर के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की जा रही है. इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया.
विरोध में मोतीपुर प्रखंड के जसौली पंचायत के ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. मोतीपुर देवरिया जसौली कांटा रोड को भी जाम कर दिया गया. मुजफ्फरपुर में काजी मुहम्मदपुर थाना क्षेत्र के एलएस कॉलेज गेट पर जाम किया गया है. इसके साथ ही व्यवसायियों ने विरोध करते हुए अपनी दुकाने बंद रखी है. लोगों के भारी विरोध के बाद मुजफ्फरपुर में पूर्व में आयोजित सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है. वहीं, सोमवार को आयोजित युवा महोत्सव कार्यक्रम को जिलाधिकारी मो़ सोहैल के आदेश के आलोक में स्थगित कर दिया गया है.
पुलिस को मिले अहम सुराग
पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके ड्राइवर की हत्या मामले में पुलिस की जांच जारी है. इस मामले में एसएसपी हरप्रीत कौर ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं. इसकी जांच की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज से कई जानकारी सामने आयी है. हालांकि, उन सभी के बारे में गहन जांच के बाद ही बताया जा सकेगा. एसएसपी ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियारों के पहचान के लिए एसएफएल की टीम को बुलाया गया है. घटना के कारणों के बारे में अभी जांच के बाद ही कुछ भी बताया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि 20 के करीब गोलियां कार के शीशे में लगी पायी गयी है.
गौरतलब हो कि रविवार देर शाम मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके ड्राइवर को अपराधियों ने AK-47 से भूनकर हत्या कर दी थी. 50 से अधिक गोलियां मेयर को लक्ष्य कर दागी गयी थीं. जिसमें कुछ उन्हें लगीं और कुछ ड्राइवर को लगी थी, जिससे दोनों की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी थी. घटना के बाद अपराधी हथियार लहराते हुए भाग गये. समीर मुजफ्फरपुर के सार्वजनिक जीवन में काफी पॉपुलर थे. वे राजनीति में भी सक्रिय थे.