मार्बल व्यवसायी समेत छह से पूछताछ
मुजफ्फरपुर : पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड की गुत्थी उलझती जा रही है. पुलिस घटना में शामिल शूटरों की पहचान का दावा तो कर रही है, लेकिन पांच दिन बाद भी कोई ठाेस साक्ष्य हाथ नहीं लगा है. गुरुवार को पुलिस ने एक मार्बल व्यवसायी को थाने बुलाकर पूछताछ की. वहीं कपड़ा व्यवसाय से जुड़े […]
मुजफ्फरपुर : पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड की गुत्थी उलझती जा रही है. पुलिस घटना में शामिल शूटरों की पहचान का दावा तो कर रही है, लेकिन पांच दिन बाद भी कोई ठाेस साक्ष्य हाथ नहीं लगा है. गुरुवार को पुलिस ने एक मार्बल व्यवसायी को थाने बुलाकर पूछताछ की. वहीं कपड़ा व्यवसाय से जुड़े तीन कारोबारियों से भी जानकारी ली.
मार्बल व्यवसायी जमीन का भी बड़ा कारोबारी है. नवरूणा कांड में वह जेल जा चुका है. पूर्व मेयर हत्याकांड में पुलिस उससे कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगने का कयास लगा रही है. इस मामले में अबतक एक दर्जन ठेकेदार व कारोबारियों से पूछताछ हो चुकी है.
नाला उड़ाही कर ढूंढा साक्ष्य. गुरुवार को चौथी बार एफएसएल टीम घटनास्थल पहुंची. वहां सड़क के किनारे झाड़ी और नाला उड़ाही कर सबूत इकट्ठा करने का प्रयास किया. इस दौरान केस के आईओ भी मौजूद थे. लेकिन पुलिस को कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ नहीं लगा.
शूटर गोविंद के तीन शागिर्द हिरासत में. शूटर गोविंद और सुजीत की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इस क्रम में शहर के मिठनपुरा थाना अंतर्गत गुलगुला चौक, समस्तीपुर और वैशाली में उसके साथियों के यहां छापेमारी हुई है. पुलिस ने उसके तीन साथियों को हिरासत में लिया है. उन सभी से पूछताछ की जा रही है.
एग्रीमेंट करानेवाले की तलाश में पुलिस
पुलिस कल्याणी मार्केट की जमीन का नया एग्रीमेंट कराने का प्रयास कर रहे दबंग भूमि व्यवसायी की तलाश में जुटी है. श्यामनंदन मिश्रा ही दूसरे भू माफिया को जमीन का एग्रीमेंट करा रहा था. पूर्व मेयर से जुड़े सिंडिकेट का एग्रीमेंट रद्द होने की स्थिति में मामला उलझ गया था. कई व्यवसायियों ने सुशील छापड़िया के माध्यम से उक्त जमीन में मोटी रकम लगायी थी.
लेकिन जब जमीन पर कब्जा नहीं हो सका, तो सभी अपनी-अपनी राशि की मांग करने लगे. सितंबर के दूसरे सप्ताह में सभी दिल्ली पहुंचे थे. वहां दोनों पक्षों के बीच बकझक होने की बात भी सामने आयी है. इसी क्रम में श्याम नंदन की पिटायी कर उसे मुशहरी थाने से जेल भेजा गया था.
अक्षय के दोस्तों का कहना था कि वह बुधवार शाम को काम से लौटा था. दिनभर में एक ही सिगरेट पीता था. लेकिन कमरे से इतने सिगरेट के टुकड़े मिलने से यह अनुमान जा रहा है कि किसी बात या काम के डिप्रेशन में पूरी रात जगने के बाद सुबह में अक्षय ने आत्महत्या की है.
सदर थानेदार राकेश कुमार ने बताया कि जेई का शव पंखे से लटका मिला था. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया. मृतक के पिता ने थाने में यूडी केस दर्ज करायी है. कई बिंदुओं पर अनुसंधान चल रहा है.