नयी दिल्ली/मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में सरकारी वित्तीय सहायता प्राप्त एक आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों से यौन उत्पीड़न के मामले में सीबीआई ने जिले में दो अलग-अलग जगहों पर तलाशी ली. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि तलाशी अभियान आश्रय गृह ‘बालिका गृह’ और एनजीओ ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ के परिसरों में चलाया गया. यही एनजीओ यह आश्रय गृह चलाता था.
यह मामला आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न से संबंधित है। चिकित्सकीय जांच में 42 में से 34 लड़कियों के यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई है. एनजीओ के मालिक ब्रजेश ठाकुर समेत कई लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि एनजीओ चलाने वाली मधु ऊर्फ शाइस्ता परवीन फरार है. बहरहाल, बिहार सरकार ने ब्रजेश ठाकुर को मुजफ्फरपुर जेल से भागलपुर जेल भेजने का सीबीआई का अनुरोध मान लिया है. अधिकारियों ने बताया कि अन्य आरोपी को पटना केंद्रीय कारागार भेजा जायेगा. सीबीआई अधिकारियों ने दावा किया कि ठाकुर अपनी ताकत का इस्तेमाल कर कथित रूप से जेल से ही ‘‘अपनी गतिविधियों को अंजाम” दे रहा था. उन्होंने बताया कि अब तक 34 पीड़ितों का बयान दर्ज किया गया है.