अहियापुर से 30 लाख के लिए छात्र का अपहरण, नौ घंटे में अपहर्ता समेत तीन गिरफ्तार, चचेरा मामा ही निकला लाइनर, चकिया से हुई बरामदगी
मुजफ्फरपुर : अहियापुर थाना क्षेत्र के जगदंबा नगर बैरिया दुर्गा मंदिर के पुजारी संजय चौबे के पुत्र सारथी राज उर्फ नागमणि(8 वर्ष) का अपहरण शुक्रवार को कर लिया गया. शनिवार को अपहृताओं ने पत्र के माध्यम से तीस लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. रविवार की सुबह अहियापुर थाने को सूचना दी गयी. एसएसपी मनोज […]
मुजफ्फरपुर : अहियापुर थाना क्षेत्र के जगदंबा नगर बैरिया दुर्गा मंदिर के पुजारी संजय चौबे के पुत्र सारथी राज उर्फ नागमणि(8 वर्ष) का अपहरण शुक्रवार को कर लिया गया. शनिवार को अपहृताओं ने पत्र के माध्यम से तीस लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. रविवार की सुबह अहियापुर थाने को सूचना दी गयी.
एसएसपी मनोज कुमार के निर्देश पर गठित विशेष पुलिस टीम ने नौ घंटे के अंदर त्वरित कार्रवाई करते हुए पूर्वी चंपारण के चकिया से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने अपहर्ता बच्चे के चचेरा मामा राजू तिवारी , चाहत व अमन कुमार गिरफ्तार कर लिया गया है. चचेरा मामा ही लाइनर था. शुक्रवार की शाम संजय चौबे जगदंबानगर स्थित दुर्गा मंदिर में पूजा करने गया था. भीड़ बढ़ने पर पुत्र को घर छोड़ कर मंदिर आ गया. उसी दौरान उसके रिश्ते के साला राजू तिवारी उसके घर पहुंच गया.
उसने संजय चौबे के पत्नी रिंकू देवी को बच्चे को मंदिर पर ले जाने की बात कर ले गया. कुछ दूर जाने के बाद वह बाइक सवार दो अपराधी को बच्चा सौंप दिया. बगल के घर में लगे सीसीटीवी में भी देखा गया. पुजारी जब घर पहुंचा तो पुत्र को नहीं पाकर खोजबीन शुरू की. सभी रिश्तेदार से संपर्क किया. लेकिन कुछ भी जानकारी नहीं मिला. शनिवार की सुबह संजय चौबे के दरवाजे पर एक चिट्ठी मिली.
इसमें अपहरणकर्ता ने लिखा था कि आपका बच्चा मेरे पास है. घबराने की कोई जरूरत नहीं है. बेटा जिंदा चाहिए तो पैसे का व्यवस्था कीजिए. जितना जल्दी हो सके 30 लाख की व्यवस्था कर लो. बहुत जमीन लिखा कर घर बना रहे हो. हमलोग का भी हिस्सा होता है दे दीजिए . भूल कर भी दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है. नहीं तो बच्चा भूल जाइए . एक पीस में लेकर जा रहे हैं. कृपया पुलिस के पास न जाये. नहीं तो जवाबदेही आपकी होगी. दूसरी चिट्ठी परसों एटीएम वाले रास्ते में पान दुकान के पास मिलेगी.
पुलिस को शिकायत करने से रोका था राजू : छह माह से उसके ही घर में किराये पर रह रहे मोतिहारी के राजू तिवारी ने पुलिस को सूचना देने से रोका था. साथ ही बताया था कि पुलिस को शिकायत करने पर उसके पुत्र की हत्या अपहर्ता कर सकते हैं. वह थाने पर शिकायत करने से परिजनों को डरा रहा था. साथ ही पुजारी व उनकी पत्नी का मोबाइल भी छीन लिया था. शक होने के बाद बच्चे की मां रिंकी कुमारी ने राजू को अपने घर में बंधक बना लिया. उसकी हर गतिविधि पर नजर रख रही थी.
रविवार की सुबह मंदिर जाने के बहाने घर से निकली और पुलिस को सारी बात बतायी. इसके बाद पुलिस ने राजन तिवारी के निशानदेही पर बच्चे की बरामदगी की. संजय चौबे की पत्नी ने बताया कि उसके पति ने 30 लाख में जमीन खरीदी थी. उसी पर घर बनाने के लिए भूमि पूजन किया. इसकी फोटो सोशल साइट्स पर डाल दी. फोटो को देखने के बाद राजू तिवारी ने अपने साथी चाहत व अमन के साथ मिलकर उसके बेटे की अपहरण की साजिश रची. घटना के दिन जब उनका बच्चा मंदिर के बाहर खेल रहा था तो उसने ही बच्चे की पहचान करायी थी.