आभूषण कारीगर मुक्त,सात गिरफ्तार, अपहरण के पांच घंटे बाद ही मिली सफलता, साजिशकर्ता फरार
मुजफ्फरपुर : मिठनपुरा थानाक्षेत्र के बालूघाट इलाके से अपहृत स्वर्ण आभूषण कारीगर मो. रियाज आलम को पुलिस ने सूचना के मात्र पांच घंटे बाद बरामद कर लिया है. पुलिस ने सात अपहर्ताओं को भी दबोच लिया है. मुख्य साजिशकर्ता दीपक कुमार भाग निकला. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. दो लाख फिरौती […]
मुजफ्फरपुर : मिठनपुरा थानाक्षेत्र के बालूघाट इलाके से अपहृत स्वर्ण आभूषण कारीगर मो. रियाज आलम को पुलिस ने सूचना के मात्र पांच घंटे बाद बरामद कर लिया है. पुलिस ने सात अपहर्ताओं को भी दबोच लिया है. मुख्य साजिशकर्ता दीपक कुमार भाग निकला. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
दो लाख फिरौती के लिए रची अपहरण की साजिश : मूल रूप से जैतपुर गांव का निवासी मो. रियाज आलम सोनारपट्टी में आभूषण कारीगर का काम करता है. लकड़ीढाई का दीपक कुमार भी सोनारपट्टी में कारीगरी करता है. दोनों में अच्छी दोस्ती थी, लेकिन इधर कुछ दिनों से लेन-देन को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था.
शुक्रवार की सुबह 11 बजे दीपक ने रियाज को फोन कर बकाया ले जाने को कहा. उसे जेल चौक स्थित हनुमान मंदिर के पास बुलाया. जैसे ही वह वहां पहुंचा बुलेट पर तीन लोगों के साथ दीपक ने पिस्तौल की नोक पर उसे अपहृत कर लिया. बालूघाट स्थित राजनारायण सिंह कॉलेज के पास एक झोपड़ी में ले जाकर बंधक बना लिया और उसके मोबाइल से परिजनों को फोन कर दो लाख फिरौती मांगने लगा.
परिजन बन कर सिपाही ने किया फोन, जाल में फंस गये अपहर्ता :
रात करीब 10.30 बजे अपहृत रियाज की मां रुखसाना अपने ग्रामीणों के साथ मिठनपुरा थाने पर पहुंच इंस्पेक्टर विजय राय को पूरी घटना की जानकारी दी. थाने में पदस्थापित एक सिपाही अपहर्ताओं से रियाज का परिजन बन बातचीत करने लगा. इसी क्रम में अपहर्ताओं का लोकेशन पुलिस को मिल गया.
रात के करीब दो बजे पुलिस बालूघाट राजनारायण सिंह कॉलेज के पास छापेमारी कर अपहृत रियाज को मुक्त करा लिया. वहीं वहां मौजूद अपहर्ता चंदेश्वर सहनी,उसके पुत्र राजकुमार सहनी व रोहित सहनी (पुरानी बाजार), वीरू कुमार, छोटू कुमार, शांतनु कुमार और सूरज कुमार (बालूघाट) को गिरफ्तार कर लिया. मौके से पुलिस ने एक लोडेड पिस्तौल और तीन गोली के साथ ही अपहरण के लिए इस्तेमाल की गयी बुलेट को भी बरामद कर लिया है.
हालांकि मुख्य साजिशकर्ता दीपक मौके से फरार होने में सफल हो गया. पुलिस उसके गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
हर पांच मिनट पर की पिटाई, शरीर को जलते सिगरेट से दागा
फिरौती की रकम लेकर जेल चौक हनुमान मंदिर के पास उसके परिजनों को बुलाया गया. इसके लिए पहले अपराह्न चार बजे का समय दिया. लेकिन जब परिजन नहीं पहुंचे, तो पिस्तौल की बट से रियाज की पिटाई करने लगा. इस दौरान वहां मौजूद छह-सात अपहर्ता सिगरेट से उसके शरीर को दागने लगे. परिजनों को उसकी चिल्लाहट सुना कर फिरौती की रकम लेकर छह बजे बुलाया गया.
शाम में छह बजे उसके परिजन वहां पहुंचे, लेकिन अपहर्ता रकम लेने नहीं पहुंचा. फिर दस बजे उन्हें मंदिर के पास बुलाया गया. परिजनों के पहुंचने के बाद जब मंदिर के पास कोई नहीं पहुंचा, तो वे शिकायत करने मिठनपुरा थाने पहुंच गये.