हाय-खाय के साथ सूर्योपासना का चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू, मंगलवार शाम डूबते व बुधवार को उगते सूर्य को दिया जायेगा अर्घ
मुजफ्फरपुर : नहाय-खाय के साथ रविवार से चार दिवसीय छठ महोत्सव की शुरुआत हुई. व्रतियों ने मिट्टी के चूल्हे पर चावल, दाल व बिना लहसुन-प्याज की कद्दू की सब्जी बना कर पहले आग को समर्पित किया. उनके भेाजन ग्रहण करने के बाद परिवार के लोगों ने भोजन किया. सोमवार को व्रतियां खरना करेंगी. दिन भर […]
मुजफ्फरपुर : नहाय-खाय के साथ रविवार से चार दिवसीय छठ महोत्सव की शुरुआत हुई. व्रतियों ने मिट्टी के चूल्हे पर चावल, दाल व बिना लहसुन-प्याज की कद्दू की सब्जी बना कर पहले आग को समर्पित किया. उनके भेाजन ग्रहण करने के बाद परिवार के लोगों ने भोजन किया. सोमवार को व्रतियां खरना करेंगी. दिन भर निर्जला रह कर मिट्टी के चूल्हे पर शाम में खीर व रोटी बनायेंगी.
फिर खीर, रोटी व फलों से खरना पूजा की जायेगी. इसके बाद व्रती पहले प्रसाद ग्रहण करेंगी. इनके बाद ही परिवार के दूसरे लोग प्रसाद ग्र्रहण करेंगे. इसी के साथ ही व्रतियों के 48 घंटे का छठ व्रत शुरू हो जायेगा. मंगलवार की शाम में डूबते सूर्य को अर्घ दिया जायेगा व बुधवार को उगते सूर्य को अर्घ के साथ पूजा की समाप्ति होगी.
नदी तट पर व्रतियों ने किया नहाय-खाय
सैकड़ों व्रतियों ने नदी तट पर जाकर नहाय-खाय किया. अहले सुबह से ही यहां व्रतियां पहुंचने लगी थीं. शहर के लकड़ीघाट, आश्रमघाट, अखाड़ाघाट व सिकंदरपुर सीढ़ी घाट पर व्रतियों ने नदी के पानी से भोजन तैयार किया. फिर अग्नि को समर्पित कर पूजा की गयी. कई व्रतियों ने यहां जल लेकर घर में भोजन बनाया.