मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में एइएस से पीड़ित बच्चों की संख्या को देखते हुए डीएम अनुपम कुमार ने अस्पताल में एक और पीआइसीयू खोलने का निर्देश दिया है. यह चौथा पीआइसीयू होगा. डीएम श्री कुमार ने कहा कि आसपास के जिले के मरीज के आने के कारण एक और वार्ड खोलने का निर्णय लिया गया है. जिले में नौ मोबाइल मेडिकल टीम पहुंच चुकी है.
मोबाइल मेडिकल यूनिट प्रभावित क्षेत्रों में घूमेगी. टीम में शिशु रोग विशेषज्ञ के साथ टीम मुस्तैद रहेगी. एइएस पीड़ित बच्चों के उपचार व बचाव के लिए किये जा रहे प्रशासनिक कार्यो की जानकारी देते हुए डीएम ने कहा कि जिले में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर व नर्सिग स्टाफ है. दूसरे जिले से आये 55 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति प्राथमिक व अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में कर दी गयी है. एसकेएमसीएच में 24 अतिरिक्त डॉक्टरों को नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में एइएस की स्थिति नियंत्रण में है. एक दो दिनों से दूसरे जिले से अधिक बचे आ रहे हैं.
पूर्वी चंपारण से आ रहे अधिक बच्चे
पूर्वी चंपारण से शनिवार को 13 बीमार बच्चों को एडमिट किया गया. इसी तरह शिवहर जिले से भी बीमार बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं. डीएम ने कहा कि इन जिलों को बीमारी से बचाव के लिए सतर्क रहने व जागरुकता अभियान चलाने के लिए कहा गया है. बीमारी से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहर है. आशा व आंगनबाड़ी सेविका को क्षेत्र भ्रमण के दौरान बच्चों के बीच ओआरएस का पैकैट का वितरण कराने के निर्देश दिया गया है.
मुशहरी व मीनापुर फिर बना जोन
एइएस बीमारी का जोन इस बार फिर मुशहरी व मीनापुर प्रखंड बना है. इसका प्रमाण बीमारी से अब तक हुई बच्चों की मौत है. प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार एइएस से अब तक जिले में कुल 38 बच्चे मरे हैं. अन्य जिलों को मिला कर कुल मौत की संख्या 58 है. इनमें मुशहरी के 7 व मीनापुर के 5 बच्चे शमिल है. इसके अलावा औराई के 1, बंदरा 2, बोचहां 1, गायघाट 1, कांटी 3, कुढ़नी 3, मड़वन 1, मीनापुर 5, मोतीपुर 3, मुरौल 1, मुशहरी 7, पारु 2, सकरा के 1 बच्चे की मृत्यु हुई है.