मुजफ्फरपुर : तीन युवाओं की कहानी जानेंगे मुख्यमंत्री

नवीन कुमार मुजफ्फरपुर : मत्स्य पालन के क्षेत्र में दूसरों के लिए नजीर बने जिले के तीन मत्स्य पालकों पर निर्मित फिल्म मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह देखेंगे. 22 नवंबर को विश्व मत्स्य दिवस पर पटना के उद्यान विभाग में इनके सफल होने की कहानी दिखायी जायेगी. कार्यक्रम का आयोजन पशु […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2018 9:38 AM
नवीन कुमार
मुजफ्फरपुर : मत्स्य पालन के क्षेत्र में दूसरों के लिए नजीर बने जिले के तीन मत्स्य पालकों पर निर्मित फिल्म मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह देखेंगे. 22 नवंबर को विश्व मत्स्य दिवस पर पटना के उद्यान विभाग में इनके सफल होने की कहानी दिखायी जायेगी. कार्यक्रम का आयोजन पशु एवं मत्स्य विभाग करा रहा है. कार्यक्रम में राज्य के पांच सौ से अधिक मत्स्य पालक मौजूद रहेंगे.
पटना में आयोजित कार्यक्रम में बिहार के चार मत्स्य पालकों पर बनी फिल्म दिखाई जायेगी. इनमें तीन मुजफ्फरपुर जिले के हैं. कुढ़नी प्रखंड के खरौनाडीह निवासी सुधांशु कुमार, कटरा प्रखंड के बेरई गांव निवासी चंदन सहनी व बंदरा प्रखंड के मुतुलपुर निवासी शिवराज सिंह के मत्स्य पालन पर आधारित फिल्म बनायी गयी है.
फिल्म के माध्यम से कार्यक्रम में मौजूद अन्य मत्स्य पालकों को प्रोत्साहित किया जायेगा. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने एक कंपनी को इन तीनों की कहानी पर आधारित फिल्म तैयार करने की जिम्मेवारी साैंपी थी. पांच सदस्यीय टीम ने गुरुवार व शुक्रवार को तीनों के कार्य स्थल पहुंच कर फिल्म तैयार की है. इसमें ड्रोन कैमरे की मदद से उनके तालाब व मछली पालन को दिखाया गया है. साथ ही तीनों मत्स्य पालकों का इंटरव्यू भी लिया गया है. एक मत्स्य पालक पर करीब 20 मिनट तक फिल्म दिखायी जायेगी. प्रशिक्षण प्रभारी यशवीर चौधरी फिल्म बनाने वाली टीम के साथ मौजूद थे.
22 नवंबर को विश्व मत्स्य दिवस पर दिखायी जायेगी फिल्म
सुधांशु कुमार : मूल रूप से शेखपुरा के रहनेवाले सुधांशु एमबीए हैं. कुढ़नी प्रखंड के खरौनाडीह गांव स्थित 24 एकड़ में 2015 से आधुनिक तरीके से मत्स्य पालन कर रहे है. मछली के साथ साथ मुर्गी व बतख पालन भी करते हैं. लीज पर जमीन लेकर मछली पालन कर अच्छी आमदनी तो कर ही रहे हैं, साथ ही 25 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.
चंदन सहनी : कटरा प्रखंड के बेरई गांव निवासी चंदन सहनी 14 एकड़ में मत्स्य पालन कर रहे हैं. मामूली पढ़े लिखे चंदन सहनी के पूर्वज भी मछली पालन करते थे. लेकिन, वर्ष 2014 से चंदन ने आधुनिक तरीके से मछली पालन शुरू किया. इलाके के करीब 30 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.
शिवराज सिंह : मूल रूप से समस्तीपुर जिले के रोड़ा के रहनेवाले शिवराज बंदरा प्रखंड के मुतलूपुर में 86 एकड़ में मछली पालन करते हैं. इसके साथ-साथ उसी जगह गाय, बकरी, मुर्गी व बतख पालन करते हैं. मछली के बीज का भी कारोबार करते हैं. बंगाल यूनिवर्सिटी एमएससी फिशरीज कर चुके शिवराज ने वर्ष 2013 में मछली पालन की शुरुआत की. स्थानीय व बाहर के करीब 200 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version