मुजफ्फरपुर : सीबीआई की टीम ने बुधवार को बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की राजदार शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु और गिरफ्तार झोलाछाप डॉक्टर की मेडिकल जांच के बाद मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया गया. स्थानीय अदालत ने शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु और गिरफ्तार झोलाछाप डॉक्टर अश्विनी कुमार को पांच दिन के सीबीआई रिमांड पर भेज दिया. सीबीआई नेकोर्ट से सात दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने पांच दिन के रिमांड पर दोनों को भेज दिया.मालूम हो कि मंगलवार को मधु ने नाटकीय अंदाज में सीबीआई कोर्ट में उपस्थित हो गयी थी, जबकि फतेहपुर गांव से सीबीआई ने बालिका गृह में काम करनेवाले झोलाछाप डॉक्टर अश्विनी कुमार को गिरफ्तार किया था.
Muzaffarpur Home Shelter Case: Accused Madhu and Dr Ashwini have been sent to CBI remand for five days by a local court. #Bihar
— ANI (@ANI) November 21, 2018
जानकारी के मुताबिक, बालिका गृह मामले में सीबीआई की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार किये गये झोलाछाप चिकित्सक अश्विनी कुमार और गृहकांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की राजदार शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु का बुधवार की सुबह सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करायी. इसके बाद सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार दोनों आरोपितों को पेशी के लिए मजिस्ट्रेट के आवास पर पहुंची. मालूम हो कि आज अवकाश होने के कारण मजिस्ट्रेट के आवास पर पेशी करायी गयी है.
नाटकीय अंदाज में सीबीआई कोर्ट में उपस्थित हो गयी थी ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु
बालिका गृहकांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की करीबी मानी जानेवाली शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु मंगलवार को नाटकीय अंदाज में सीबीआई के समक्ष कोर्ट में उपस्थित हो गयी. इसके बाद सीबीआई इंस्पेक्टर कुमार अभिनव उसे कैंप कार्यालय ले गये, जहां पूछताछ की गयी. बताया जाता है कि मधु सुबह आठ बजे रक्सौल से मुजफ्फरपुर आनेवाली बस से चांदनी चौक उतरी और वहां से सीधे कोर्ट पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया. ब्रजेश ठाकुर से संबंध के बारे में मधु ने बताया कि मेरा ना तो बालिका गृहकांड से कोई लेना-देना है और ना ही ब्रजेश ठाकुर से कोई कनेक्शन है. मैं बतौर कार्यकर्ता उनके एनजीओ से जुड़ी हूं. मैं अपनी संगठन वामा शक्ति वाहिनी का संचालन करती हूं. मैं बालिका गृह भी नहीं जाती थी. वहां क्या होता था, मुझे कुछ पता नहीं है.
बालिका गृह की बच्चियों को इंजेक्शन देता था गिरफ्तार झोलाछाप डॉक्टर पर
सीबीआई ने बालिका गृह के लिए झोलाछाप डॉक्टर का काम करनेवाले अश्विनी कुमार को भी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया. उसे फतेहपुर गांव से गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई के डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया. झोलाछाप चिकित्सक अश्विनी कुमार सेवा संकल्प एवं विकास समिति में टीआई विंग के प्रोजेक्ट से जुड़ा था.