शहर की हवा साफ करने को लागू होगा स्पेशल एक्शन प्लान
मुजफ्फरपुर : बीते छह माह से मुजफ्फरपुर समेत सूबे के कई शहरों में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के बाद अब बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्रवाई के मूड में है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुजफ्फरपुर के अलावा पटना और गया के जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर शहर विशिष्ट एक्शन प्लान जारी करने के निर्देश […]
मुजफ्फरपुर : बीते छह माह से मुजफ्फरपुर समेत सूबे के कई शहरों में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के बाद अब बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्रवाई के मूड में है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुजफ्फरपुर के अलावा पटना और गया के जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर शहर विशिष्ट एक्शन प्लान जारी करने के निर्देश दिये हैं. गौरतलब है कि बारिश के मौसम के बाद से ही पटना व मुजफ्फरपुर में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है.
शनिवार को मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण का ग्राफ तेजी से बढ़ गया. नतीजा शाम होते-होते यह देश के प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर आ गया. ऑन लाइन डाटा मॉनटरिंग सिस्टम के जरिये यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (वायु में प्रदूषण की मात्रा) 355 रिकॉर्ड किया गया. सबसे प्रदूषित शहर काेलकाता रहा जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 357 तक पहुंची.
पर्यावरण विशेषज्ञ प्रो देवेंद्र राय के अनुसार शहर में बिना पॉल्यूशन के मानक के गाड़ियों के इस्तेमाल, निर्माण कार्य व फैक्ट्रियों की चिमनी मानक के अनुसार नहीं होने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है. ठंड के मौसम में प्रदूषित कण आपस में संघनित होकर वातावरण में ही मौजूद रहते हैं. इससे लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही है. प्रशासन इस मामले में सजग नहीं होगा तो आने वाले समय में परेशानी ज्यादा बढ़ेगी.
यही सोचकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यह कदम उठाया है.
बोर्ड की ओर से इन तीनों शहरों में वायु स्तर की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाती है. इन तीनों शहरों में वायु प्रदूषण के रूप में पीएम 10, पीएम 2.5 और एनओ 2 का स्तर काफी बढ़ा पाया जा रहा है. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के वैज्ञानिकों की मानें तो सूबे के इन शहरों में नवंबर से चार माह यानी जनवरी तक वायु प्रदूषण का स्तर काफी उच्च रहता है. जिसे कंट्रोल करने की जरूरत है. वहीं दूसरी तरफ शनिवार को भी इन तीनों शहरों का वायु प्रदूषण स्तर वेरी पूअर रैंक में रखा पाया गया.
देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर मुजफ्फरपुर
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने डीएम को भेजा पत्र, शुरू होगा एक्शन
ठोस कचरा, जैविक अपशिष्ट व बागवानी से निकले कचरे को खुले में जलाने पर कार्रवाई
गाड़ियों की पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की जांच. फिटनेस प्रमाण पत्र वाले भारी वाहन ही शहर में प्रवेश करेंगे
खेतों में कृषि जनित कचरों को नहीं जलाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाये कृषि मेले के माध्यम से जिला कृषि पदाधिकारी किसानों को जागरूक करेंगे
शहरी क्षेत्रों में नियमित कचरे का उठाव और सड़कों पर जल छिड़काव होगा
सड़कों व पुलों के निर्माण व मरम्मत के दौरान उनका घेराव और पानी का छिड़काव
खुले में निर्माण सामग्री रख कर निर्माण कराने वाले संवेदक व एजेंसी पर कार्रवाई होगी
सड़क किनारे बालू, मिट्टी का भंडारण करने वालों पर कार्रवाई
सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित किया जायेगा
पुराने डीजल जेनरेटर को प्रतिबंधित किया जायेगा
डीजल व पेट्रोल चलित ऑटो के बदले ई-रिक्शा काे प्रोत्साहित किया जाये
चार सालों में नहीं बन सका पवन का बीपीएल कार्ड