मुजफ्फरपुर : महिलाओं के सशक्तीकरण की हर तरफ से उठ रही है आवाज
मुजफ्फरपुर : नीतीश्वर कॉलेज स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग में भारतीय समाज विज्ञान शोध संस्थान की ओर से प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन रविवार को हो गया. ‘अंडरस्टैंडिंग वुमैन: द जेंडर बेस्ड रोल क्राइसिस’ विषय पर हुए सेमिनार में देशभर के विश्वविद्यालयों से आए शोधार्थियों, शिक्षकों व शिक्षाविदों ने दो सौ से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत […]
मुजफ्फरपुर : नीतीश्वर कॉलेज स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग में भारतीय समाज विज्ञान शोध संस्थान की ओर से प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन रविवार को हो गया. ‘अंडरस्टैंडिंग वुमैन: द जेंडर बेस्ड रोल क्राइसिस’ विषय पर हुए सेमिनार में देशभर के विश्वविद्यालयों से आए शोधार्थियों, शिक्षकों व शिक्षाविदों ने दो सौ से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किये.
समापन समारोह के मुख्य वक्ता ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा के प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण व विकास के संदर्भ में आज हरेक क्षेत्र से आवाज उठ रही है. आज जरूरत है सभी स्तर पर महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा कर उन्हें सशक्त बनाया जाये.
कहा कि पारंपरिक पितृसत्तात्मक दृष्टिकोण के प्रति महिलाओं को जागरूक किया जाये. साथ ही उनकी स्थिति को सदैव उच्च कराने की पहल की जाये. मुख्य अतिथि प्रो धर्मशीला प्रसाद ने कहा कि अपने अस्तित्व और अधिकारों, खासकर स्वतंत्रता के अधिकार के प्रति महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है.
महिलाएं आज स्वयं भी अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद कर रही है. आयोजन सचिव डॉ रंजना सिंह ने सेमिनार की उपलब्धियों की चर्चा की. संचालन निखिल रंजन प्रकाश ने किया. मौके पर डॉ निभा शर्मा, डॉ कुमारी सरोज, डॉ रवि रंजन, डॉ सौम्य सरकार, डॉ सरिता सिंह, अमरजीत सिंह, सचिन शर्मा, कार्तिकेय, डॉ रणवीर, डॉ शशि शेखर श्रीवास्तव, डॉ विभूति भूषण सिंह, नितेश कुमार, प्रभात रंजन, वनमाली, हीरा पासवान, आलोक व प्रकाश आदि थे.
गृहणी भी व्यवसायी की भूमिका निभा रही : प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने कहा कि सेमिनार में महिलाओं से जुड़े सामाजिक, आर्थिक मुद्दों पर विचार किए गये.
पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि महिलाओं के विकास की बात संपूर्ण समाज कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ उनके प्रति होने वाली हिंसा में सबसे अधिक निकट के रिश्तेदार होते हैं. अध्यक्षता करते डीएसडब्ल्यू डॉ सदानंद सिंह ने कहा कि महिलाएं गृहिणी से लेकर सफल व्यवसायी की भूमिका निभा रही हैं.