मुजफ्फरपुर : अनुदान लेने के लिए फर्जी तस्वीर का इस्तेमाल कर रहे कई किसान

मुजफ्फरपुर : कृषि इनपुट आवेदन के सत्यापन में गड़बड़ी बरती जा रही है. खेत के पास खींचे गये एक ही किसान का फोटो कई आवेदनों पर लगा मिला है. वहीं, कृषि इनपुट आवेदन के सत्यापन के क्रम में गलत फोटो व सत्यापित रकबा के अनुरूप राशि का अनुमोदन किये बगैर ही अग्रसारित किया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2018 9:12 AM
मुजफ्फरपुर : कृषि इनपुट आवेदन के सत्यापन में गड़बड़ी बरती जा रही है. खेत के पास खींचे गये एक ही किसान का फोटो कई आवेदनों पर लगा मिला है. वहीं, कृषि इनपुट आवेदन के सत्यापन के क्रम में गलत फोटो व सत्यापित रकबा के अनुरूप राशि का अनुमोदन किये बगैर ही अग्रसारित किया जा रहा है.
सत्यापन कार्य में लगे बीएओ, किसान सलाहकार व कृषि समन्वयक स्तर से लापरवाही बरती जा रही है. इससे किसान कृषि इनपुट का लाभ पाने से वंचित हो सकते हैं. साथ ही सत्यापन करनेवाले कर्मियों पर कार्रवाई भी हो सकती है. प्रखंड से जिला स्तर पर सत्यापन के बाद अग्रसारित होकर आये आवेदनों की जांच में मामला सामने आया है.
पूरे मामले को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी डॉ केके वर्मा ने सूखाग्रस्त प्रखंडों के बीएओ, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार को पत्र जारी कर निर्देश दिया है.
साथ ही छह बिंदुओं पर गलती नहीं करने को लेकर दिशा निर्देश भी जारी किया है. इन निर्देशों की अनदेखी कर आवेदनों का सत्यापन कर जिला कार्यालय में अग्रसारित करने पर कोई भी अनियमितता होने की स्थिति में बीएओ, किसान सलाहकार व कृषि समन्वयक जिम्मेवार होंगे.
इस तरह की मिली गड़बड़ी
एक ही किसान के फोटो को एक से अधिक आवेदनों में अपलोड किया जाना.
अपलोड किये गये किसानों के फोटो का स्पष्ट नहीं होना व अपलोड फोटो में किसान का न होना.
किसान का फोटो खेत की जगह अन्य स्थान के साथ होना.
एक ही खेत में कई किसानों के फोटो को कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों के माध्यम से सुधार कर अपलोड किया जा रहा है.
प्रभावित खेत का रकबा अंकित न होना.
प्रभावित रकबा के अनुरूप अनुदेश राशि का अंकित न होना.

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