मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल में फर्जी प्रशिक्षु आइएएस बन कर धौंस जमाने के आरोप में गिरफ्तार दोनों युवकों को नगर थाना पुलिस ने शनिवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. इससे पहले पुलिस ने दोनों से काफी पूछताछ की.
हालांकि वे कुछ बताने से साफ इनकार करते रहे. पुलिस ने सदर अस्पताल में फर्जी आइएएस बन धौंस दिखाने का जब कारण पूछा, तब कहा कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया. वे एनजीओ की ओर से सर्वे करने पहुंचे थे. अस्पताल में कार्यरत नर्स उनकी भाषा को नहीं समझ पायी. इसके कारण वह हल्ला करना शुरू कर दी. अन्य कर्मचारी मौके पर जुट गये. इसके बाद स्थिति संभलने के बजाय बिगड़ती गयी.
गौरतलब है कि एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ का मेंबर बता सदर अस्पताल में सर्वे करने पहुंचे रांची के डोरंडा निवासी मो निजामुद्दीन व उसके साथी इलाहाबाद के अलापुर निवासी शेखर सिंह ने शुक्रवार को फर्जी आइएएस बन धौंस दिखाना शुरू कर दिया. कर्मचारियों को डराने-धमकाने के बाद सीएस को भी जम कर खरी-खोटी सुनायी.
सदर अस्पताल की व्यवस्था को लेकर दोनों ने जम कर नाराजगी जाहिर की थी. सीएस के साथ बातचीत के दौरान उनकी पोल खुल गयी. इसके बाद पुलिस व प्रशासन को खबर कर दोनों युवक को गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान अस्पताल के कर्मचारी व डॉक्टरों ने उनकी जम कर पिटाई भी कर दी थी.