मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय सहित देशभर के विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय बीएड कोर्स की पढ़ाई सत्र 2020-21 से शुरू होगी. इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीइपी) के लिए नेशन काउंसिल फाॅर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने तैयारी शुरू कर दी है. इस कोर्स के लिए सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद एनसीटीई ने तीन जून […]
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय सहित देशभर के विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय बीएड कोर्स की पढ़ाई सत्र 2020-21 से शुरू होगी. इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीइपी) के लिए नेशन काउंसिल फाॅर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने तैयारी शुरू कर दी है. इस कोर्स के लिए सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद एनसीटीई ने तीन जून से 31 जुलाई तक विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षण संस्थानों से आवेदन मांगा है.
आइटीइपी साइंस और आर्ट्स स्ट्रीम में होगा. इसकी पढ़ाई दो स्तर पर होगी. एक प्री प्राइमरी टू प्राइमरी कोर्स के लिए और दूसरा अपर प्राइमरी टू सेकेंडरी के लिए. एनसीटीई ने कहा है कि जिन राज्यों ने पहले कोर्स के लिए हामी भरी थी, उन राज्यों के संस्थानों में ही कोर्स शुरू करने की मंजूरी दी जायेगी.
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में चार वर्षीय बीएड कोर्स के रेगुलेशन और ऑर्डिनेंस को राजभवन से मंजूरी मिल चुकी है. पिछले महीने विवि प्रशासन ने प्रवेश परीक्षा कराने की अनुमति राजभवन से मांगी थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका. कोर्स में नामांकन के लिए राज्य स्तर पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराने की बात राजभवन की ओर से पहले ही कही गयी है.
इस कोर्स में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्र नामांकन ले सकेंगे. बीए बीएड और बीएससी बीएड कोर्स में साइंस और आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र अपने च्वाइस के मुताबिक एडमिशन लेंगे. सामान्य बीएड कोर्स करने में कम से कम पांच साल का समय लगता है. तीन साल स्नातक करने के बाद दो साल का बीएड कोर्स होता है. इंटीग्रेटेड कोर्स में एक साल की बचत होगी.