मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से फिर छह बच्चों की गयी जान

मुजफ्फरपुर : चमकी-बुखार से शुक्रवार को फिर छह पांच बच्चों की मौत हो गयी. इलाज के दौरान एसकेएमसीएच में पांच और केजरीवाल अस्पताल में एक बच्चे ने दम तोड़ दिया. इससे पहले गुरुवार को गुरुवार को भी चमकी बुखार से चार बच्चों की जान जा चुकी है. एसकेएमसीएच में भर्ती मधुबन के मोहन सहनी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2019 3:57 AM

मुजफ्फरपुर : चमकी-बुखार से शुक्रवार को फिर छह पांच बच्चों की मौत हो गयी. इलाज के दौरान एसकेएमसीएच में पांच और केजरीवाल अस्पताल में एक बच्चे ने दम तोड़ दिया. इससे पहले गुरुवार को गुरुवार को भी चमकी बुखार से चार बच्चों की जान जा चुकी है.

एसकेएमसीएच में भर्ती मधुबन के मोहन सहनी की चार वर्षीया पुत्री अन्नू कुमारी, शिवहर के राघोपुर निवासी रामाशंकर साह की सात वर्षीया पुत्री चांदनी कुमारी, मीनापुर के शिवलाल राम की चार वर्षीया पुत्री मधु कुमारी और प्रमोद भगत का पुत्र सोनू कुमार की मौत हो गयी.
वहीं, केजरीवाल अस्पताल में गुरुवार की देर रात अहियापुर निवासी प्रमोद सहनी की ढाई वर्षीय पुत्री रागिनी की मौत हो गयी. एइएस के नोडल प्रभारी डॉ सतीश कुमार ने इसकी पुष्टि की. दोनों अस्पतालों पिछले तीन दिनों से लगातार बच्चों की मौतें हो रही हैं और बड़ी संख्या में नये मरीज आ रहे हैं. इधर, एसकेएमसीएच में शुक्रवार को फिर छह नये मरीजों की भर्ती किया गया. यहां 18 बच्चों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें कई बच्चों की हालत गंभीर है.
राज्य एइएस अधिकारी ने लिया जायजा
केजरीवाल अस्पताल में चमकी बुखार से बीमार बच्चों के इलाज का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को राज्य स्वास्थ्य समिति के एइएस अधिकारी डॉ संजय कुमार पहुंचे. उन्होंने अस्पताल प्रबंधक बीबी गिरि से बच्चों के इलाज की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि यहां बच्चों का इलाज एइएस के प्रोटोकॉल के तहत नहीं किया जा रहा है. यहां बीमार बच्चों के इलाज का पुर्जा अधूरा है. डाॅ संजय ने कहा कि बच्चों का इलाज एइएस के प्रोटोकॉल के तहत ही होना चाहिए.
बच्चों के इलाज में डॉक्टरों की टीम लगी हुई है. एइएस के प्रोटोकॉल के तहत बच्चों का इलाज किया जा रहा है. तापमान के साथ आर्द्रता बढ़ने के साथ ही मरीजों की संख्या बढ़ गयी है, जिन बच्चों को बीमारी का अटैक होने के बाद जल्दी अस्पताल लाया जा रहा है, उनकी स्थिति में जल्दी सुधार हो रहा है.
डॉ गोपाल शंकर सहनी, शिशु रोग विभागाध्यक्ष, एसकेएमसीएच

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