चमकी बुखार : मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंडों का एक जुलाई से फिर सर्वे
पटना : मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार या एइएस से विशेष रूप से पीड़ित पांच प्रखंडों का एक जुलाई से फिर से सर्वे कराया जायेगा. ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराये जानेवाले सर्वे में यह जानकारी जुटायी जायेगी कि वहां पर सरकार की जितनी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ जनता को मिल रहा है या […]
पटना : मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार या एइएस से विशेष रूप से पीड़ित पांच प्रखंडों का एक जुलाई से फिर से सर्वे कराया जायेगा. ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराये जानेवाले सर्वे में यह जानकारी जुटायी जायेगी कि वहां पर सरकार की जितनी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ जनता को मिल रहा है या नहीं.
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के साथ इस अज्ञात बीमारी को लेकर समीक्षा की. बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि मुजफ्फरपुर जिले के अति पांच पीड़ित प्रखंड-मुसहरी, बोचहा, कांटी,मीनापुर व पारू प्रखंड में बृहत रूप से सर्वे किया जायेगा.
इसमें यह पता किया जाये कि वहां के लोगों की सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि क्या है. क्या कारण है कि इन परिवारों के बच्चे इस तरह की बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं. इन लोगों तक सरकार की योजनाएं पहुंच रही हैं या कि नहीं. मालूम हो कि मुजफ्फरपुर जिले में इस वर्ष जितने भी बच्चे पीड़ित हुए, उनमें 80% इन्हीं पांच प्रखंडों से हैं.
इस साल कई नये इलाकों में यह बीमारी : इस वर्ष चमकी बुखार से न केवल अधिक बच्चों की मौत हुई, बल्कि कई नये इलाकों में भी यह बीमारी देखी गयी. पहले बीमारी का प्रकोप मुख्य रूप में मुजफ्फरपुर जिले और आसपास के क्षेत्रों में था. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस साल इससे कुल 23 जिले पीड़ित हुए हैं.