13 महिला डॉक्टरों ने 13 माह में बस एक सिजेरियन प्रसव कराया

13 महिला डॉक्टरों ने 13 माह में बस एक सिजेरियन प्रसव कराया

By Prabhat Khabar Print | June 30, 2024 1:56 AM

-मातृ शिशु अस्पताल में अप्रैल 2023 से मई 2024 तक का हाल मुजफ्फरपुर. सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु अस्पताल में गर्भवतियों का सिजेरियन प्रसव महिला डॉक्टर हर दिन कितना करती है, इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट से हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार एमसीएच में 13 माह में एक गर्भवती महिला का ही सिजेरियन प्रसव कराया गया है. जबकि 33 जीएनएम, 13 महिला चिकित्सक की यहां तैनाती है. यह स्थिति तब है जब सरकार की ओर से सी-सेक्शन यानी सिजेरियन की संख्या बढ़ाने के लिए कई स्तरों पर माॅनीटरिंग की जा रही है. अपर निदेशक डाॅ ज्ञान शंकर ने सिविल सर्जन से रिपाेर्ट मांगी है. पूछा है कि अप्रैल 2023 से मई 2024 तक सदर अस्पताल के एमसीएच में मात्र एक ही प्रसूता का रात्रि में सिजेरियन किया गया है. यह सिजेरियन जनवरी 2024 में किया गया. आरएडी ने पूछा है कि इतनी बड़ी संख्या में चिकित्सकाें व जीएनएम की तैनाती के बाद भी रात में 13 माह में बस एक ही ऑपरेशन क्यों हुआ? इस लापरवाही पर उन्हाेंने जिम्मेदारी तय करने काे कहा है. एमसीएच में सिजेरियन नहीं हाेने के कारणाें के बारे में तीन दिन में रिपाेर्ट देने का निर्देश दिया है. रात्रि में डॉक्टर नहीं करती हैं ड्यूटी रात में एमसीएच में काेई महिला डॉक्टर नहीं रहती हैं. डॉक्टर नहीं रहने से रात में प्रसूताओं के आने की संख्या में भी काफी कमी आई है. रात के समय जाे प्रसूताएं आती हैं, उनका ऑपरेशन डॉक्टर यदि उपस्थित रहती हैं ताे भी करना नहीं चाहती हैं. उसे एसकेएमसीएच रेफर कर देती हैं. हालांकि वर्तमान अधीक्षक डाॅ बीएस झा के याेगदान के बाद स्थिति में काफी सुधार आया है. रात में इमरजेंसी व एमसीएच में लगातार चिकित्सकाें के गायब रहने की शिकायत आती है. इसकाे लेकर मरीज हंगामा करते रहते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version