एइएस के कारणों की पहचान करेगा एनसीडीसी

मुजफ्फरपुर: एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम के कारणों की पहचान के लिए बुधवार को एनसीडीसी व सीडीसी की संयुक्त टीम सदर अस्पताल पहुंची. टीम ने अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जेपी रंजन के साथ बैठक कर बीमारी के प्रभावित इलाकों के बारे में जानकारी ली. एनसीडीसी के संयुक्त निदेशक डॉ सोमनाथ कर्माकर ने एसीएमओ डॉ रंजन से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:46 PM

मुजफ्फरपुर: एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम के कारणों की पहचान के लिए बुधवार को एनसीडीसी व सीडीसी की संयुक्त टीम सदर अस्पताल पहुंची. टीम ने अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जेपी रंजन के साथ बैठक कर बीमारी के प्रभावित इलाकों के बारे में जानकारी ली.

एनसीडीसी के संयुक्त निदेशक डॉ सोमनाथ कर्माकर ने एसीएमओ डॉ रंजन से मौसम के साथ बीमारी के उतार-चढ़ाव के बारे में पूछा. डॉ रंजन ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मरीजों की संख्या में कमी आयी है. लेकिन मौसम में नमी रहने के बावजूद मरीज आ रहे हैं. अब तक ऐसा माना जाता था कि अधिक गरमी में बीमारी का प्रकोप बढ़ता है. इस बार ऐसा नहीं हो रहा है.

उपाधीक्षक डॉ बीएन झा ने कहा कि बीमार पड़ने वाले बच्चे निम्न परिवारों के हैं. उनके आसपास सफाई नहीं रहती. उन्हें शुद्ध जल भी मुहैया नहीं होता. ऐसे परिवारों के साथ पालतू पशु भी रहते हैं. ऐसी स्थिति तो हर गांव की होती है, लेकिन मुजफ्फरपुर में ही यह बीमारी क्यों फैलती है, यह शोध का विषय रहा है.

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