मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि प्रशासन के स्नातक पार्ट वन व टू के प्रमोटेड या फेल छात्रों को राहत देने का फैसला करीब साठ हजार छात्र-छात्राओं के लिए मुसीबत बन गया है.
स्थिति यह है कि विवि के इस फैसले से तीन वर्षीय स्नातक कोर्स (2011-14) को पूरा करने में छात्र-छात्राओं को चार वर्ष या उससे अधिक समय लग सकता है. इसके कारण इन छात्र-छात्रओं के एकेडमिक कैरियर में बिना फेल हुए एक साल गैप लगेगा ही, बाहर के विवि में पढ़ने का सपना भी इस वर्ष पूरा नहीं हो सका. विवि नियमों के तहत स्नातक पार्ट वन या टू में प्रमोटेड छात्र पार्ट थर्ड की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं. इस नियम की अनदेखी करते हुए पूर्व के कई कुलपतियों ने प्रमोटेड छात्रों को भी पार्ट थर्ड की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देते रहे.
वर्तमान कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने चालू सत्र से इस नियम को कड़ाई से पालन का आदेश दिया. इसके कारण सैकड़ों ऐसे छात्र-छात्राओं, जो नियम की अनदेखी के कारण पार्ट थर्ड की परीक्षा पास कर चुके हैं, पर पार्ट वन या टू में प्रमोटेड हैं, के समक्ष दुबारा पार्ट वन में नामांकन लेने का खतरा मंडराने लगा. इसका उन लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया. छात्रों के विरोध व पूर्व के कुलपतियों की गलती को स्वीकारते हुए विवि प्रशासन ने ऐसे छात्रों को राहत देने के लिए पार्ट वन व टू की स्पेशल परीक्षा लेने का फैसला लिया. बाद में इसमें उन छात्रों को भी शामिल होने की अनुमति देने का फैसला हुआ, जो स्नातक पार्ट वन या टू की परीक्षा में प्रमोटेड होने के कारण इस वर्ष पार्ट थर्ड की परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह जाते. ऐसे छात्रों की संख्या पांच हजार से छह हजार के बीच है.
पार्ट थर्ड की परीक्षा में होगी देरी
विवि का सत्र जुलाई से शुरू होता है और जून में खत्म. ऐसे में स्नातक की परीक्षाएं अप्रैल या मई माह में शुरू करने का प्रावधान है, ताकि नये सत्र की कक्षा जुलाई से शुरू हो सके. पर विवि में शायद ही कभी ऐसा हो पाता है. फिलहाल स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा में करीब तीन माह की देरी हो चुकी है. अब विवि प्रशासन ने स्पेशल परीक्षा होने व उसके रिजल्ट प्रकाशन के बाद ही पार्ट थर्ड की परीक्षा लेने का फैसला लिया है. उसमें भी तुक्का यह कि अभी तक स्पेशल परीक्षा के लिए विवि को राजभवन से स्वीकृति नहीं मिली है. ऐसे में राजभवन की स्वीकृति, स्पेशल परीक्षा व उसके रिजल्ट प्रकाशन में अगस्त माह गुजर जाने की आशंका है. ऐसे में यदि विवि प्रशासन अपने फैसले पर कायम रहती है तो स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा अगस्त के अंत में या सितंबर माह में शुरू होने की उम्मीद है. विवि में कायम परंपरा के अनुसार स्नातक की परीक्षाओं के परीक्षाफल घोषित होने में पांच से छह माह का समय लगता है. ऐसे में स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए छात्र-छात्राओं को अगले साल तक इंतजार करना पड़ सकता है. यानी तीन साल का कोर्स चार साल में डिग्री.