हथौड़ी व पूर्वी चंपारण से दो हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार

2014 में चकिया में रेलवे ट्रैक उड़ाने में शामिल था विनोद पासवान मुजफ्फरपुर : एसएसबी 32 वीं बटालियन ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी कर बीती रात पूर्वी चंपारण से हार्डकोर नक्सली विनोद पासवान व हथौड़ी थाना क्षेत्र के नरमा गांव से गोनौर महतो को गिरफ्तार कर लिया. दोनों से पूछताछ कर एसएसबी ने स्थानीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2019 4:34 AM

2014 में चकिया में रेलवे ट्रैक उड़ाने में शामिल था विनोद पासवान

मुजफ्फरपुर : एसएसबी 32 वीं बटालियन ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी कर बीती रात पूर्वी चंपारण से हार्डकोर नक्सली विनोद पासवान व हथौड़ी थाना क्षेत्र के नरमा गांव से गोनौर महतो को गिरफ्तार कर लिया. दोनों से पूछताछ कर एसएसबी ने स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया.
दोनों के खिलाफ 2014 व 2015 में रेलवे ट्रैक उड़ाने व बड़े नक्सली वारदात की साजिश रचने के मामले में चकिया व हथौड़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज है. पूर्वी चंपारण जिले के पताही थाना क्षेत्र के परसौनी कपूर गांव से हार्डकोर नक्सली विनोद पासवान को गिरफ्तार किया गया है. एएसपी अभियान एचएस गौरव के नेतृत्व में गुरुवार की रात टीम ने कार्रवाई की है. विनोद चकिया रेलवे ट्रैक को उड़ाने के मामले में शामिल था.
एएसपी ने बताया कि विनोद अपने सहयोगी के साथ 26 अप्रैल 2014 को चकिया के समीप रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया. इस बाबत चकिया थाना में प्राथमिकी दर्ज है. छापेमारी में 32वीं एसएसबी कमांडेंट, इंस्पेक्टर जगत, थानाध्यक्ष विकास तिवारी शामिल थे.
इधर, एसएसबी 32वीं बटालियन के कमांडर ऋतुराज के नेतृत्व में टीम ने हथौड़ी थाना क्षेत्र के नरमा गांव से हार्डकोर नक्सली गोनौर महतो को गिरफ्तार किया है. 2015 में हथौड़ी थाना क्षेत्र के डकरामा गांव में बड़े नक्सली वारदात की साजिश रचने के मामले में पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
गोनौर के खिलाफ हथौड़ी थाने में कांड संख्या 101/ 15 दर्ज है. एसएसबी की टीम ने पूछताछ के बाद उसे स्थानीय थाने के हवाले कर दिया. गोनौर महतो डकरामा गांव में 2 दिसंबर 2015 को अपने साथियों के साथ बड़े नक्सली वारदात की साजिश रच रहा था. तत्कालीन एएसपी अभियान राणा ब्रजेश के नेतृत्व में टीम ने छापेमारी करके वहां से एक बड़े हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार किया था. मौके से टीम ने पिस्टल, डेटोनेटर, लेवी का पर्चा, नक्सली साहित्या व भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया था. वहीं गोनौर अपने अन्य साथियों के साथ अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया था.
बाद में पुलिस के दबाव के कारण वह पंजाब भाग गया था. हाल में ही वह वापस घर लौटा था. कमजोर पड़ रहे नक्सली संगठन को मजबूत करने के प्रयास में जुटा था. इसकी भनक एसएसबी की टीम को लगी. स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी कर उसे दबोचा गया.

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