बिहार विकास मिशन के आंकड़े से जिलावार रैंकिंग का खुलासा
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सात निश्चय योजना की रैंकिंग में मुजफ्फरपुर 28वें पायदान पर
बिहार विकास मिशन के आंकड़े से जिलावार रैंकिंग का खुलासा मुजफ्फरपुर : सात निश्चय योजना में मुजफ्फरपुर जिला एक बार फिर पांच पायदान फिसल गया है. अब यह जिला टॉप 20 से बाहर हो गया है. जनवरी माह में इसकी रैंकिंग 20 थी. अप्रैल में जारी रैंकिंग में जिला तीन अंक नीचे गिरकर 23 वें […]
मुजफ्फरपुर : सात निश्चय योजना में मुजफ्फरपुर जिला एक बार फिर पांच पायदान फिसल गया है. अब यह जिला टॉप 20 से बाहर हो गया है. जनवरी माह में इसकी रैंकिंग 20 थी. अप्रैल में जारी रैंकिंग में जिला तीन अंक नीचे गिरकर 23 वें पायदान पर आ गया. जून की रैंकिंग में पांच पायदान लुढ़कते हुए 28 वें स्थान पर पहुंच गया है.
तिरहुत के सीतामढ़ी जिले का प्रदर्शन बेहतर रहा है. यह जिला राज्य में दूसरे पायदान पर अपना स्थान बरकरार रखने में सफल रहा है. सितंबर, 2018 में छठे पायदान पर रहे सीतामढ़ी ने जनवरी में चार स्थान की छलांग लगाते हुए दूसरे स्थान पर पहुंचा था.
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के अनुश्रवण के लिए बने बिहार विकास मिशन की ओर से जारी जून माह के आंकड़े से जिलावार रैंकिंग का खुलासा हुआ है. बिहार विकास मिशन की ओर से मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के कार्यान्वयन के आधार पर जारी रैंकिंग में तिरहुत प्रमंडल का सीतामढ़ी, सीवान, गोपालगंज, वैशाली, सारण व पश्चिमी चंपारण टॉप 10 में आ गया है. ये जिला क्रमश: दूसरे, चौथे, पांचवे, छठे, सांतवां और नौवे स्थान पर हैं. इस तरह ये छह जिले टॉप टेन में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गये हैं. वहीं, पूर्वी चंपारण भी तीन अंक नीचे 15 वें पायदान पर चला गया है. जनवरी में 11 वें स्थान पर रहनेवाला जिला शिवहर अप्रैल माह में 6 पायदान खिसक कर अब 17 वें स्थान पर था. अब यह जिला फिलहाल 8 पायदान फिसल कर 25 वे स्थान पर है.
राज्य सरकार ने यह घोषणा भी कर रखी है कि जिलों में तैनात अधिकारियों का सीआर इसी रैंकिंग के आधार पर लिखा जायेगा. इन महत्वपूर्ण योजनाओं में कुछ जिलों ने बेहतर प्रदर्शन कर
चौंकाया है, तो कुछ बेहतर व समृद्ध समझे जाने वाले जिलों की रैंकिंग काफी खराब आयी है. उदाहरण के लिए पिछड़े जिलों में शामिल सीतामढ़ी ग्रामीण इलाके में शौचालय निर्माण में राज्य में पहले पायदान पर है. वहीं शहरी क्षेत्र में शौचालय निर्माण में जमुई को पहला स्थान मिला है. युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए सहायता पहुंचाने को बनी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में किशनगंज टॉप पर है. अप्रैल माह में पटना टॉप पर था.
जबकि युवाओं को पढ़ाई के बाद रोजगार मिलने के क्रम में दी जाने वाली सहायता भत्ता के भुगतान में शिवहर राज्य में टॉप पर है. बेरोजगारों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देने के लिए बनी कुशल युवा प्रोग्राम में भी बेगूसराय टॉप पर है. हर घर में नल का जल पहुंचाने में (ग्रामीण) व (शहरी) इलाके में नालंदा टॉप पर है, जबकि अप्रैल माह में शहरी क्षेत्र में हर घर नल का जल पहुंचाने में मुजफ्फरपुर ने बाजी मारी थी. घर तक पक्की गली-नाली योजना (ग्रामीण) में भी पश्चिमी चंपारण पहले स्थान पर है. जबकि शहरी क्षेत्र में बक्सर ने टॉपर का कब्जा बरकरार रखा है.
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