पटना / मुजफ्फरपुर : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शनिवार को एसकेएमसीएच का दौरा कर एईएस पीड़ितों से मिले. इस मौके पर उन्होंने उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज तक बुखार का कारण सरकार नहीं खोज पायी है. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री पिछले 15 वर्षों में अस्पताल नहीं बना पाये हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने एसकेएमसीएच का दौरान कर एईएस पीड़ितों के लिए अलग आइसीयू और वार्ड बनाने की घोषणा की थी. आज करीब पांच वर्षों बाद भी इस दिशा में कोई काम शुरू नहीं हो पाया है.
साथ ही तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ”चमकी बुखार से फिर हुई अनेक बच्चों की मौत और पीड़ित परिवारों से मिलने आज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच का दौरा किया. बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. नीतीश सरकार ने मान लिया है कि नागरिकों की जान की कोई कीमत ही नहीं है. कोई उपचार नहीं, सब भगवान भरोसे छोड़ दिया है.”
चमकी बुखार से फिर हुई अनेक बच्चों की मौत और पीड़ित परिवारों से मिलने आज मुज़फ़्फ़रपुर के SKMCH का दौरा किया।
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।नीतीश सरकार ने मान लिया है कि नागरिकों की जान की कोई कीमत ही नहीं है कोई उपचार नहीं,सब भगवान भरोसे छोड़ दिया है। pic.twitter.com/goLrH2nZcx
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 21, 2019
तेजस्वी यादव ने नीति आयोग की रिपोर्ट पर भी सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा में बिहार पीछे से दूसरे नंबर पर है. उन्होंने कहा कि सरकार को जवाब देना चाहिए कि 15 वर्षों से सरकार होने के बावजूद स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐसी दुर्दशा क्यों हैं? साथ ही उन्होंने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की पीड़िता से बेतिया में हुए गैंग रेप को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री की अंतरात्मा कहां हैं? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को सूबे में बेलगाम हुए अपराध पर इस्तीफा दे देना चाहिए. चुनाव के मद्देनजर उन्होंने एक बार फिर कहा कि मुख्यमंत्री में हिम्मत है, तो अकेले चुनाव लड़ कर देख लेंगे. साथ ही कहा कि आरजेडी झारखंड में कम-से-कम 10-12 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.