फासीवादी व्यवस्था में स्वायत्त संस्थाओं के लिए जगह नहीं

मुजफ्फरपुर : लोक स्वातंत्रय संगठन की ओर से रविवार को विश्व विभूति पुस्तकालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता मानव अधिकार संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो प्रभाकर सिन्हा थे. उन्होंने कहा कि फासीवादी व्यवस्था में स्वायत्त संस्थाओं के लिए कोई जगह नहीं है. सीबीआई से सुप्रीम कोर्ट के हालिया रुख से यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2019 8:40 AM

मुजफ्फरपुर : लोक स्वातंत्रय संगठन की ओर से रविवार को विश्व विभूति पुस्तकालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता मानव अधिकार संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो प्रभाकर सिन्हा थे.

उन्होंने कहा कि फासीवादी व्यवस्था में स्वायत्त संस्थाओं के लिए कोई जगह नहीं है. सीबीआई से सुप्रीम कोर्ट के हालिया रुख से यह साबित होता है.पीयूसीएल मुजफ्फरपुर के महासचिव डॉ एमएन रिजवी ने कहा कि नागरिक संशोधन बिल और एनआरसी से पूरे देश में भेदभाव पैदा किया जा रहा है. मानवाधिकार के हनन का प्रश्न का खड़ा हो रहा है.
गांधी शांति प्रतिष्ठान के पूर्व सचिव सुरेंद्र कुमार ने कहा कि पीयूसीएल को संगठनात्मक शक्ति पर बल देना होगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो केेके झा ने की. उन्होंने कहा कि पीयूसीएल आम नागरिकों की समस्याओं से प्रशासन को अवगत कराते हुए जन जागरण अभियान चलायेगी. इस मौके पर शाहिद कमाल, प्रो अवधेश, प्रो हरीश चंद्र सत्यार्थी, संजय प्रधान, ब्रजेश कुमार शर्मा, मुन्ना कुमार, सुनील कुमार, प्रो संजय कुमार सुमन, अंकित आनंद मौजूद थे.

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