छात्रा की मां ने भय से ड्यूटी जाना छोड़ा

मुजफ्फरपुर : अहियापुर में जिंदा जलायी गयी छात्रा की मौत के बाद भय से उसकी मां ने ड्यूटी पर जाना छोड़ दिया है. उनका कहना है कि धमकी मिल रही है. पूरे परिवार को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है. मृतका की मां जिले के एक प्रखंड में एएनएम है. मां और घर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2019 7:49 AM

मुजफ्फरपुर : अहियापुर में जिंदा जलायी गयी छात्रा की मौत के बाद भय से उसकी मां ने ड्यूटी पर जाना छोड़ दिया है. उनका कहना है कि धमकी मिल रही है. पूरे परिवार को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है. मृतका की मां जिले के एक प्रखंड में एएनएम है.

मां और घर के अन्य परिजनों का कहना है कि आरोपित काफी दबंग परिवार से आते है. बार-बार सुरक्षा मांगने पर भी केवल एक ही सुरक्षा गार्ड दिया गया है. जिसे घर की सुरक्षा में लगाया गया है. लेकिन, गवाह और परिवार के अन्य सदस्य के लिए अभी तक सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराया गया है. इस वजह से मृतका की मां ने फिलहाल अस्पताल में ड्यूटी पर जाना छोड़ दिया है.
पुलिस झूठा व मनगढंत कहानी रच रही : छात्रा की मौत के बाद पटना में हुए सड़क जाम मामले में उसके परिजनों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है. इससे परिजनों में काफी आक्रोश है. परिजन केस की निष्पक्ष जांच को लेकर जल्द ही डीजीपी से मिलेंगे. परिजनों में प्राथमिकी दर्ज किये जाने से आक्रोश है. मृतका की मां का कहना है कि पुलिस उनलोगों को बेवजह परेशान कर रही है.
सड़क जाम में परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था. बावजूद इसके पुलिस ने झूठा और मनगढंत कहानी रच कर उनके दो दामाद और एक बेटे पर प्राथमिकी दर्ज कर दी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस के कुछ लोग गिरफ्तार करने की भी बात कहते है. इसके कारण वे लोग काफी परेशान है.
घटना के बाद लगा कि पुलिस उन्हें इस परिस्थिति में अब मदद करेगी. लेकिन अब उल्टा हो रहा है. मदद की जगह पूरे परिवार को परेशान किया जा रहा है. इंसाफ देने की जगह जेल भेजने की धमकी दी जा रही है.
वे लोग मामले की निष्पक्ष जांच और बिना सबूत प्राथमिकी दर्ज किये जाने को लेकर जल्द ही डीजीपी से मिलकर न्याय की गुहार लगायेंगे. इसके अलावा मानवाधिकार आयोग पटना और दिल्ली में भी इसकी शिकायत दर्ज करायेंगे. उन्होंने कहा कि उनके बेटे और दामाद ही मददगार है. लेकिन, पुलिस झूठे केस में फंसा कर पूरे परिवार पर मानसिक दबाव पहुंचा रही है.
मृतका का कपड़ा व अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज बना वैज्ञानिक साक्ष्य
छात्रा की मौत मामले में मृतका का कपड़ा और सीसीटीवी का फुटेज अहम साक्ष्य साबित होगा. पुलिस ने मृतका के कपड़ा व सीसीटीवी के फुटेज को वैज्ञानिक साक्ष्य बनाया है. केस के पूर्व आइओ मुकेश कुमार और वर्तमान आइओ महिला थानेदार आभा रानी साथ में मिलकर डायरी तैयार कर रही है. पुलिस जल्द ही ठोस चार्जशीट दायर करेगी.
सोमवार को मिल सकता है वारंट
घटना के तीसरे आरोपित सन्नी कुमार के विरुद्ध पुलिस ने वारंट के लिए कोर्ट में शुक्रवार को अर्जी दी थी. पुलिस को संभावना है कि सोमवार को कोर्ट से वारंट मिल जायेगा. इसके बाद पुलिस आरोपित को गिरफ्तार करेगी. गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में पुलिस उसके घर की कुर्की के लिए कोर्ट में अर्जी देगी.

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