दुष्कर्म पीड़ित बच्ची की हालत गंभीर, मामा भेजा गया जेल
मुजफ्फरपुर : अहियापुर में पांच साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म करने के मामले में शुक्रवार को महिला थाने में उसके मामा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. पीड़िता की मां की लिखित शिकायत के आधार पर पॉक्सो एक्ट में एफआइआर दर्ज की गयी है. दुष्कर्म के आरोपित मामा से पूछताछ करने के […]
मुजफ्फरपुर : अहियापुर में पांच साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म करने के मामले में शुक्रवार को महिला थाने में उसके मामा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. पीड़िता की मां की लिखित शिकायत के आधार पर पॉक्सो एक्ट में एफआइआर दर्ज की गयी है. दुष्कर्म के आरोपित मामा से पूछताछ करने के बाद महिला थाने की पुलिस ने उसे विशेष पॉक्सो कोर्ट में प्रस्तुत करके न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
इधर, एसकेएमसीएच में भर्ती पीड़िता की अत्यधिक ब्लीडिंग होने के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है. विशेष डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है. सिटी एसपी पीके मंडल एसकेएमसीए पहुंच पीड़िता का हाल जाना.
उसके परिजनों को घटना के संबंध में बारीकी से जानकारी ली. उन्होंने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद व पॉक्सो एक्ट में मिलनेवाले मुआवजा जल्द दिलवाने की बात कही. साथ ही अहियापुर थानेदार विकास राय को पीड़िता की सुरक्षा संबंधित देख-रेख करने की जिम्मेवारी दी.
चर्चा है कि आरोपित की बहन एसकेएमसीएच पहुंच पीड़िता के परिजनों पर केस मैनेज करने को लेकर दबाव बना रही थी. उसने कहा कि अपने खर्चे पर पीड़िता का इलाज भी करायेगी. लेकिन, बच्ची के परिजनों ने उसकी एक नहीं सूनी, तो वे वापस लौट गये. अहियापुर व महिला थाने की पुलिस घटनास्थल पर जाकर छानबीन की. पीओ को डायरी में नोट किया. घटना के संबंध में पीड़िता के परिजन व आरोपित के परिवार के सदस्यों से जानकारी ली.
साथ ही उनके बयान को भी डायरी में नोट किया. इसके बाद टीम वापस लौट आयी. वहीं, बच्ची के स्वाब की जांच के लिए उसके कपड़े को डॉक्टरों को बच्ची के कपड़े को भेज दिया गया है. आरोपित को जेल भेजने से पूर्व महिला थाने की पुलिस उसको लेकर सदर अस्पताल पहुंची. वहां, उसकी विशेष डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल जांच की. उसके जांच रिपोर्ट को लिफाफे में सील बंद कर पुलिस को सौंप दिया गया है.
परिजनों के अनुसार आरोपित घटना से डेढ़ घंटे पूर्व पीड़िता की बड़ी बहन जो करीब नौ साल की है, उसके साथ भी दुष्कर्म का प्रयास कर चुका था. वह किसी तरह से उसके चंगुल से भाग निकली थी. उसने इसकी शिकायत परिजनों से की थी, तो उसके एक रिश्तेदार ने आरोपित को फटकार भी लगायी थी.