फिर टूटा तिरहुत नहर का तटबंध

कुढ़नी/ मुशहरी (मुजफ्फरपुर) : कुढ़नी प्रखंड के सुमेरा में तिरहुत नहर 716.50 आरडी का दक्षिणी तटबंध शुक्रवार की सुबह करीब सौ फुट में टूट कर बह गया. तटबंध टूटने से कुढ़नी व मुशहरी प्रखंड के आधा दर्जन गांव प्रभावित हो गये. दो सौ से अधिक घरों में नहर का पानी घुस गया. नहर का तटबंध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2014 6:40 AM

कुढ़नी/ मुशहरी (मुजफ्फरपुर) : कुढ़नी प्रखंड के सुमेरा में तिरहुत नहर 716.50 आरडी का दक्षिणी तटबंध शुक्रवार की सुबह करीब सौ फुट में टूट कर बह गया. तटबंध टूटने से कुढ़नी व मुशहरी प्रखंड के आधा दर्जन गांव प्रभावित हो गये.

दो सौ से अधिक घरों में नहर का पानी घुस गया. नहर का तटबंध टूटने से गांवों में अफरा-तफरी मची रही. लोग अपने घरों से जरूरत के सामान निकाल कर सुरिक्षत स्थान ले गये. करीब 50 एकड़ में लगे धान की फसल प्रभावित हुई. नहर का पानी सुमेरा गोबरसही मार्ग पर फैल गया. कुढ़नी सीओ अरु ण कुमार सिंह ने प्रभावित गांव व टूटे नहर के तटबंध का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. विभाग के अभियंताओं ने शुक्र वार की देर शाम तटबंध मरम्मत शुरू किया. संसाधनों की कमी के कारण मरम्मत बीच में छोड़ देना पड़ा. शनिवार की दोपहर जेसीबी व मजदूरों की मदद से तटबंध के मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया.

ये हैं प्रभावित गांव

नहर का तटबंध टूटने से सबसे अधिक मुशहरी के चौसीमा, परमानंदपुर, धरमपुर, पकड़ी के लोग प्रभावित हैं. कुढ़नी के सुमेरा गांव के कुछ घर प्रभावित हुए हैं. अंचल प्रशासन ने सुमेरा गांव में दस घर के प्रभावित होने की पुष्टि की है.

तीन वर्ष में चार बार टूटा तटबंध

पिछले तीन साल में तटबंध टूटने की यह चौथी घटना है. तटबंध टूटने की वजह ग्रामीण व अधिकारी घटिया निर्माण बता रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा, नहर का घटिया निर्माण हुआ है. लोजपा प्रखंड अध्यक्ष महेश राय ने कहा, तटबंध मरम्मत के नाम पर पैसे की लूट मची है.

विभाग के अधिकारी, ठेकेदार से लेकर सफेदपोश मालामाल हो गये हैं. लोगों की शिकायत को अधिकारियों ने दबा दिया. 12 दिन से तटबंध में रिसाव हो रहा था. अधिकारियों ने निरीक्षण कर चुप्पी साध ली. चौकसी नहीं बरती गयी. इस मामले में विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों पर प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए. पूरे निर्माण व जीर्णोद्धार के गुणवत्ता की न्यायिक जांच होनी चाहिए.

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