मुजफ्फरपुर : बैंक मैनेजर वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव हत्याकांड में पुलिस ने दो संदिग्धों को पकड़ा है. इन्हें रविवार की देर रात वारदात के कुछ देर बाद ही पुरानी मोतिहारी रोड से पकड़ा गया. दोनों से पूछताछ की जा रही है. इन दोनों को पुलिस ने मोहल्ले के लोगों की निशानदेही पर पकड़ा है. मोहल्ले के लोगों का कहना था कि लाल रंग का टी-शर्ट पहने एक युवक बैंक मैनेजर के घर के आसपास घूम रहा था. इसी के बाद पुलिस ने दबिश दी और दोनों युवकों को पकड़ा.
* पुलिस कर रही पूछताछ
पकड़े गये युवकों में एक साहेबगंज थाना क्षेत्र का रहनेवाला है, जबकि दूसरा सरैया थाना क्षेत्र का रहनेवाला है. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि दोनों युवक से पूछताछ जारी है. पुलिस को शक है कि कहीं लाल टी-शर्ट पहने वहीं युवक तो नहीं, जो मैनेजर के घर के आसपास घूम रहा था. एसएसपी ने बताया कि वे खुद रात्रि में पहुंच घटना की तहकीकात की. डॉग स्कॉयर्ड को बुला बांध तक पुलिस गयी, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. बताया जाता है कि घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी गाड़ी से भागे थे. इसमें आठ से दस लोगों से शामिल होने की उम्मीद है.
* छुड़ाने की सिफारिश
इधर, इस बात की भी चर्चा है, जिन युवकों को पुलिस ने देर रात पकड़ा है. उन्हें छुड़ाने की मुहिम तेज हो गयी है. एक सफेदपोश ने दोनों को छुड़ाने के लिए पुलिस अधिकारियों पर दबाव डाला. हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है, वो मामले की तह तक जायेंगे. किसी के भी दबाव में किसी को छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता है.
* मामले में प्राथमिकी
इधर, हत्याकांड को लेकर अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें आठ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बैंक मैनेजर की पत्नी अरुणा श्रीवास्तव के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने अरुणा के साथ मैनेजर के घर में काम करनेवाले दीपक का भी बयान दर्ज किया. वहीं, अपराधियों की गोलीबारी में जख्मी सुनील कुमार का इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है.
* छोड़ गये थे जेवरात
पकड़े गये युवकों से पुलिस को किस तरह की जानकारी मिली है. अभी तक इसका खुलासा नहीं पुलिस ने नहीं किया है. अधिकारियों का कहना है, इससे घटना में शामिल अपराधी सतर्क हो जायेंगे. जल्द ही मामले की खुलासा होगा. वहीं, युवकों से पूछताछ के आधार पर छापेमारी की जा रही है. इस घटना के तार साहेबगंज से जुड़े माने जा रहे हैं. बताया जाता है, बैंक मैनेजर का गांव में जमीन का विवाद चल रहा था. इसको लेकर कुछ दिन पहले पंचायत भी हुई थी. उस दौरान कहा-सुनी भी हुई थी. हत्याकांड में पुलिस इसको ध्यान में रख कर जांच कर रही हैं, क्योंकि अगर डकैती के लिए वारदात को अंजाम दिया जाता, तो अपराधी अपने साथ कीमती जेवरात जरूर ले जाते, जो जाते समय उन्होंने घर में ही छोड़ दिये.
मैनेजर की हत्या के विरोध में सोमवार को सुबह से पांच घंटे तक एनएच-57 जाम रहा. इस दौरान लोगों की आवाजाही ठप रही. गुस्साये लोगों ने टायर जला कर सड़क पर डाल दिये. आसपास से गुजर रहे वाहनों में तोड़फोड़ भी की गयी. कई वाहनों के शीशे तोड़ दिये गये.