मुजफ्फरपुर: मोतीपुर में डॉ दीपक जैन के क्लीनिक में तोड़फोड़ करने वाले व मीनापुर पीएचसी के डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले दोषियों की 30 सितंबर तक नहीं हुई तो जिले के डॉक्टर एक अक्टूबर को हड़ताल पर रहेंगे. यह फैसला इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने रविवार को बैठक कर लिया.
बैठक में यह तय हुआ कि 29 को डॉक्टरों का प्रतिनिधि मंडल एसएसपी से मिल कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करेगा. पुलिस प्रशासन को इसके लिए दो दिन का समय दिया जायेगा. यदि इस दौरान मांगें पूरी नहीं हुई तो आइएमए हड़ताल करेगा.
नये क्लीनिकल एक्ट का विरोध करेंगे डॉक्टर
बैठक में नये क्लीनिकल एक्ट पर भी गंभीर चर्चा हुई. जिसमें सभी डॉक्टरों ने एकमत से इस एक्ट के विरोध का निर्णय लिया. दरभंगा से आये आइएमए के प्रतिनिधि डॉ मनीष कुमार धीरज ने कहा कि नया एक्ट कॉरपोरेट क्षेत्र को ध्यान में रख कर लाया गया है. यदि यह एक्ट लागू हुआ तो 15 से 20 हजार के ऑपरेशन का खर्च पौने दो लाख हो जायेगा. जेनरल बेड का चार्ज भी एक हजार प्रतिदिन से कम कोई डॉक्टर नहीं रख पायेंगे. डॉ धीरज ने कहा कि इस एक्ट में जो मानक दर्शाया गया है, उसे कोई भी क्लीनिक फॉलो नहीं कर पायेगा.
उन्होंने कहा कि नये एक्ट में कहा गया है कि कोई मरीज यदि डॉक्टर के पास आता है तो उसकी स्थिति नियंत्रित कर ही उसे रेफर करना है. रास्ते में यदि मरीज की हालत खराब होती है तो इसकी जिम्मेवारी डॉक्टर की होगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर सरकार से वार्ता का प्रयास हो रहा है. सरकार नहीं मानती है तो आइएमए प्रदेश स्तर पर बैठक कर बड़ा निर्णय लेगा.
बैठक की अध्यक्षता आइएमए के अध्यक्ष डॉ एमएम रहीम कर रहे थे. इस मौके पर एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर, डॉ बीबी ठाकुर, डॉ कमलेश तिवारी, डॉ संजय कुमार, सचिव डॉ रंधीर कुमार, डॉ ब्रजमोहन, डॉ उपेंद्र प्रसाद, डॉ राम गोपाल जैन, डॉ जीपी सहनी, प्रदेश आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ रमन वर्मा, डॉ राजीव भूषण सिन्हा सहित दरभंगा आइएमए के भी कई सदस्य मौजूद थे.