नौकरी के नाम पर दो लाख की ठगी
मुजफ्फरपुर: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. कटरा थाना क्षेत्र के खंगुरा निवासी मो जावेद अहमद ने नगर थाने में चार लोगों पर दो लाख रुपये ठगी करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. जानकारी के अनुसार, मो […]
मुजफ्फरपुर: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. कटरा थाना क्षेत्र के खंगुरा निवासी मो जावेद अहमद ने नगर थाने में चार लोगों पर दो लाख रुपये ठगी करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
जानकारी के अनुसार, मो जावेद अहमद कटरा के खंगुरा गांव के रहने वाले है. वे नगर थाना क्षेत्र के चंदवारा मोहल्ला के भोला चौक के पास खान कॉम्पलेक्स में रहते है. उनका कहना है कि वे नन मैट्रिक है.
उनका छोटा भाई मो सुहैल अहमद भी नन मैट्रिक है. वह बेरोजगार है. उसे रेलवे के चतुर्थ श्रेणी में नौकरी दिलाने के नाम पर गायघाट थाना क्षेत्र के पिरौछा निवासी कृष्णा साह, उसका भाई विश्वामित्र साह, बेनीबाद निवासी मो बली पहलवान व लक्ष्मण नगर निवासी बजरंगी राय ने दो लाख रुपये की ठगी कर ली. मो जावेद का कहना था कि इन चारों से उसकी जान-पहचान एक पंचायत के दौरान बेनीबाद में बली पहलवान के दरवाजे पर हुई थी. बली ने बताया कि कृष्णा, विश्वामित्र व बजरंगी रेलवे में पैठ रखते है.
अब तक बहुत लोगों को नौकरी दिला चुके है. दो लाख रुपये देने पर उसके भाई को भी जल्द नौकरी दिला देगा. बली के विश्वास दिलाने पर मैं भी अपने भाई के लिए बात की. बली ने फौरन एक लाख रुपया देने को कहा. इस पर मैंने डेरा पर बुलाया. 20 सितंबर को चारों उसके डेरा पर पहुंचे. जावेद ने एक लाख रुपया विश्वामित्र को दे दिया. दूसरे दिन एसबीआइ चंदवारा का एक लाख रूपया का चेक(223664) भी दिया,जिसे कृष्णा ने 23 सितंबर को भुना लिया. मो जावेद का कहना था कि जब मेरे भाई को नियुक्ति पत्र नहीं मिला, तो छानबीन की, पता चला कि उससे नौकरी के नाम पर ठगी की गयी है. नौकरी नहीं मिलने उसने 28 सितंबर को बली से मोबाइल पर बातचीत कर पैसा वापस करने को कहा. 30 सिंतबर को फिर से बेनीबाद जाकर पैसे की मांग की.लेकिन उसने पैसे देने से इनकार कर दिया. उसने धमकी दी कि जहां जाना है, जाओ, ज्यादा बोलोगे तो हत्या कर शव गायब कर देंगे. मो जावेद ने कहा कि पूरे मामले में विश्वामित्र के मोबाइल पर बातचीत की गयी, जिसका रिकार्ड भी है.उसने पुलिस को सारा रिकार्डिग भी उपलब्ध कराया है. इधर, पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है.
पूर्व में दर्ज हो चुका है केस : नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का यह पहला मामला दर्ज नहीं हुआ है. पूर्व में भी काजीमोहम्मदपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है. हालांकि उस मामले में मुख्य अभियुक्त को पकड़ने में पुलिस कामयाब नहीं हो पायी थी.
सदर व अहियापुर में भी मामला दर्ज है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पायी.