मुजफ्फरपुर : सेल्फ असेसमेंट पर महापौर की रोक लगाने के बाद करीब दो माह से ठंडी पड़ी नगर-निगम की राजनीति फिर से गरमा गयी है. इसको लेकर भीतर ही भीतर निगम प्रशासन व मेयर के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मेयर ने नगर आयुक्त की कार्य प्रणाली पर ही सवाल खड़ा कर दिया है.
पर्दे के पीछे से निगम की राजनीति करने वाले नेता जी के इशारे पर स्टैंडिंग व निगम बोर्ड की आपात बैठक बुलाने के साथ मेयर अब शहर की साफ-सफाई की पोल खोलने की तैयारी में हैं. इसके लिए वह पार्षदों के साथ बुधवार से सड़कों पर उतरेंगी.
विवादों के बीच सोमवार को इस मुद्दे पर नगर आयुक्त व मेयर पति संजीव चौहान के बीच आयुक्त के चेंबर में करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई, लेकिन इसमें समाधान नहीं हो सका है. बताया जाता है कि विवाद और बढ़ गया है. नगर आयुक्त इस मुद्दे पर कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं. उनका कहना है कि वे निगम का विकास चाह रहे है. सरकार उन्हें काम करने के लिए भेजा है.
जारी किया नंबर
मेयर ने सेल्फ असेसमेंट की जांच के नाम पर कर्मियों पर घूस रुपये लेने की भी शिकायत की थी. इसके बाद नगर आयुक्त ने इस पर लगाम लगाने के लिए अपना मोबाइल नंबर 9470488866 जारी कर दिया है. इस नंबर पर असेसमेंट के दौरान नाजायज राशि मांगने वाले कर्मियों के खिलाफ लोग शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा सभी पार्षदों से आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्र में इसको लेकर लोगों को जागरूक करें. साथ ही नाजायज करने वाले कर्मचारियों की नाम गोपनीय तरीके से उन्हें बताये.