मुशहरी: सरकार की गलत नीतियों के कारण अमीर और बड़े अमीर बनते जा रहे है.वहीं किसान व मजदूर कंगाल होते जा रहे है. 1995 से अब तक कर्ज के बोझ से करीब तीन लाख किसान आत्महत्या कर चुके है.
देश के नब्बे करोड़ लोग मात्र 20 रुपये प्रतिदिन खर्च में गुजारा कर रहे है. उक्त बातें रविवार को बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के रामेश्वर इंटरस्तरीय विद्यालय बिंदा में दो दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए राज्य अध्यक्ष सारंगधर पासवान ने कही. उन्होंने कहा कि डी बंधोपाध्याय आयोग की सिफारिशों को राज्य सरकार पूंजीपतियों व जमींदारों के दबाव में लागू नहीं कर रही है. इस रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक पांच लाख 50 हजार लोग आवासहीन है.संपर्क पथ योजना असफल साबित हुई है.
इससे पूर्व सम्मेलन में दो दिनों में जिले के साहेबगंज,पारू, मुरौल, गायघाट,सकरा, कुढ़नी, मुशहरी से आये प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नवादा जिला मुख्यालय में सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाले राज्य सम्मेलन व आंध्रप्रदेश के हैदराबाद में अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद संगठन को पंचायत स्तर पर मजबूत बनाने पर जोर दिया.
सम्मेलन के बाद 19 सदस्यीय जिला कमेटी का गठन किया. इसमें राजेंद्र राय को खेमयू का जिलाध्यक्ष, अब्दुल गफ्फार को जिला सचिव, नवल किशोर राय, हीरा राम व रामप्यारी देवी को उपाध्यक्ष, रामनरेश पासवान व सुधीर पासवान को संयुक्त सचिव, दिनेश भगत,राम नगीना मिश्र, भोला राय, दिल मोहम्मद, कैलाश सिंह, सरस्वती देवी, शिवजी राम, उदय पासवान व रमेश राम को सदस्य बनाया गया. साथ ही राज्य सम्मेलन में भाग लेने के लिए 12 सदस्यीय प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता राजेंद्र राय ने की.