मुजफ्फरपुर: निगरानी विभाग की टीम ने रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे बिहार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के डायरेक्टर व एमआइटी के प्राचार्य डॉ ध्रुव प्रसाद और वैशाली के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल इंजीनियर शशि रंजन श्रीवास्तव को डेढ़ लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.
टीम ने एमआइटी परिसर स्थित प्राचार्य आवास से दोनों को गिरफ्तार किया.
जानकारी के अनुसार, एक माह पूर्व पटना साहिब कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के सेकेंड शिफ्ट (शाम) क्लास की मान्यता के लिए पांच लाख रुपये रिश्वत की मांग डॉ ध्रुव प्रसाद ने की थी. इसमें 20 दिन पूर्व 50 हजार रुपये अग्रिम दिया गया था.
इसकी शिकायत कॉलेज के कर्मचारी बलवंत सिंह व चरणदीप सिंह नेनिगरानी विभाग से की थी. रविवार को कॉलेज के कर्मचारी चरणदीप सिंह व शशि रंजन श्रीवास्तव पैसा देने के लिए डॉ ध्रुव प्रसाद के आवास पहुंचे, जहां पहले से ही निगरानी ने अपना जाल बिछा रखा था. जैसे ही ध्रुव प्रसाद को पैसे दिये गये वैसे ही निगरानी की टीम ने डेढ़ लाख रुपये के साथ ध्रुव प्रसाद व बिचौलिये का काम कर रहे शशि रंजन श्रीवास्तव को धर दबोचा.
शशि रंजन सिंह वैशाली के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल हैं. टीम में पटना के एसपी धीरज कुमार, मुजफ्फरपुर के एसपी उपेंद्र प्रसाद सिंह, पटना डीएसपी महाराज कनिष्क कुमार, मुजफ्फरपुर डीएसपी सुभाष साह, विजय प्रसाद सिंह, इंस्पेक्टर एसके तिवारी, सुशील कुमार, आरआर पांडेय, रंजन कुमार सिंह, पटना इंस्पेक्टर अमरनाथ सिंह, बैद्यनाथ प्रसाद, जयप्रकाश पाठक सहित काफी संख्या में पुलिस बल शामिल थे.
जानकारी हो कि पटना साहिब कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के डायरेक्टर संत लाल यादव हैं. इन्होंने मुन्ना शुक्ला पर रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.