एक महीने में घरेलू उपभोक्ता को आठ लाख का बिल
मुजफ्फरपुर: शहर के शेखपुरा मोहल्ला निवासी शंकर प्रसाद सिंह के लिये मई महीने की बिजली बिल आफत बन कर आयी है. विभाग ने घरेलू उपभोक्ता को एक महीने का बिजली बिल चार्ज आठ लाख 703 रुपये थमा दिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि मई महीने में इनकी मीटर रीडिंग एक लाख 60 हजार […]
मुजफ्फरपुर: शहर के शेखपुरा मोहल्ला निवासी शंकर प्रसाद सिंह के लिये मई महीने की बिजली बिल आफत बन कर आयी है. विभाग ने घरेलू उपभोक्ता को एक महीने का बिजली बिल चार्ज आठ लाख 703 रुपये थमा दिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि मई महीने में इनकी मीटर रीडिंग एक लाख 60 हजार यूनिट से भी अधिक बतायी गयी है. मतलब प्रतिदिन औसत विद्युत खपत पांच हजार यूनिट से भी अधिक है, जो किसी बड़े फैक्टरी का ही हो सकता है.
एसकेएमसीएच पावर स्टेशन से जुड़े शंकर प्रसाद
ने बताया कि पिछले महीने मीटर रीडिंग करने के लिये कम उम्र के दो लड़के आये थे. वे जल्दी मीटर नोट कर चले गये. पहले प्रति महीना औसतन एक हजार बिल आता था. अचानक इतना अधिक बिल आ जाने से हम परेशान हैं. कनीय अभियंता को आवेदन दिया तो उन्होंने मीटर चेक करने की बात कही है.
मीटर रीडिंग में हो रही लापरवाही
बिजली विभाग के वरीय अधिकारी के मीटर रीडिंग में सुधार करने का बार-बार निर्देश देते हैं. बावजूद लोगों को राहत नहीं मिल रही है. बिल में गड़बड़ी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. प्रत्येक महीने मीटर रीडिंग नहीं होने से जहां उपभोक्ता पर बिल का बोझ बढ़ता है, वही दूसरी ओर बिल में त्रुटि की संभावना अधिक होती है.
दो-तीन महीने लगाना पड़ता है चक्कर
विभाग की लापरवाही का दंड भी उपभोक्ताओं को भरना होता है. बिल में गड़बड़ी होने पर लोग इसे ठीक कराने के लिए दो-तीन महीने कार्यालय का चक्कर लगाते हैं. इस बीच बिल पर सूद की राशि बढ़ता चली जाती है. मालूम हो कि राज्य के मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधिकारियों को त्रुटि रहित बिल देने का निर्देश दिया था.