कर्मभूमि एक्सप्रेस से बच्चों को ले जा रहे थे मानव तस्कर, समस्तीपुर से पीछा करते हुये आरपीएफ की टीम ने पकड़ा
मुजफ्फरपुर.
12407 कर्मभूमि एक्सप्रेस से बीते दिनों मानव तस्करों के चुंगल से 19 बच्चों को मुक्त कराया गया. बचपन बचाओ आंदोलन की गोपनीय सूचना के आधार पर आरपीएफ व जीआरपी की टीम ने विशेष अभियान के तहत गिरोह के 4 तस्करों को गिरफ्तार किया. आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में टीम न्यू जलपाइगुड़ी से अमृतसर जाने वाली कर्मभूमि एक्सप्रेस में में समस्तीपुर से ही निगरानी करते हुये मुजफ्फरपुर पहुंची. इस दौरान गाड़ी में डरे सहमे बच्चों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें अंबाला, जालंधर, लुधियाना (पंजाब ) में मजदूरी का काम कराने के लिए ले जाया जा रहा है. जिसमें बच्चों ने चार तस्करों का नाम बताया. सभी बच्चे खगड़िया, भागलपुर, व कटिहार के रहने वाले है. आरपीएफ पोस्ट पर लाने के बाद प्रक्रिया पूरी करते हुये मामले को जीआरपी को सौंप दिया गया. अभियान के दौरान आरपीएफ के गोकुलेश पाठक, शंभूनाथ साह, लालबाबू खान, रितेश कुमार, सुजीत कुमार रेल थाना मुजफ्फरपुर व बचपन बचाओ आंदोलन के एपीओ जय मिश्रा उपस्थित थे.गिरफ्तार तस्कर- दीपक कुमार, बेलदौर खगड़िया
– राहुल कुमार खगड़िया– पंचा कुमार, भागलपुर- रॉबिन मरांडी, रोतरा कटिहार
चार जिलों के बच्चे को आठ हजार मजदूरी पर ले जा रहे थे
मुक्त हुये बच्चों में 4 खगड़िया जिला के रहने वाले है. वहीं 6 भागलपुर व 9 कटिहार व किशनगंज के रहने वाले है. सभी की उम्र 14 से 17 वर्ष है. बच्चों ने बताया कि लुधियाना, अमृतसर, जालंधर में मजदूरी के लिये प्रत्येक बच्चे को आठ हजार रुपया महीना दिया जाता है. बता दें कि बीते करीब एक वर्षों से मानव तस्करों का गिरोह काफी सक्रिय हो गया है. अलग-अलग रूटों की गाड़ियों में लगातार गिरफ्तारी हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है