विधायक प्रतिनिधि की हत्या में शामिल था दिलीप
मुजफ्फरपुर: सोहासी गांव से पुलिस के हत्थे चढ़ा पारू थाना क्षेत्र के भटौलिया निवासी दिलीप पासवान विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह हत्याकांड में शामिल था. उनकी देवरिया गंडक पुल के समीप गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. उसने कई नक्सली घटना में संलिप्तता स्वीकार की है. यहीं नहीं, पुलिस ने रामचंद्र पासवान व उसके […]
मुजफ्फरपुर: सोहासी गांव से पुलिस के हत्थे चढ़ा पारू थाना क्षेत्र के भटौलिया निवासी दिलीप पासवान विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह हत्याकांड में शामिल था. उनकी देवरिया गंडक पुल के समीप गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. उसने कई नक्सली घटना में संलिप्तता स्वीकार की है.
यहीं नहीं, पुलिस ने रामचंद्र पासवान व उसके भाई राकेश को भी गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि पश्चिमी क्षेत्र में नक्सली हमले की योजना बनने पर उसके घर ही दस्ते का खाना तैयार किया जाता है. वहां से खाना बन कर दियरा में पहुंचाया जाता है. पुलिस ने मौके से पोर्टेबल जेनरेटर बरामद किया है. पुलिस का कहना है कि जेनरेटर की मदद से नक्सली मोबाइल व वॉकी-टॉकी के बैटरी को चार्ज करते थे. नक्सलियों ने पुल उड़ाने की योजना तैयार कर ली थी. डेटोनेटर व लोहा का टुकड़ा बरामद किया गया है. हालांकि पुलिस को बारूद नहीं मिल पाया है. नक्सलियों उसे किसी बगीचे में छिपा कर रखा है.
इधर, रामचंद्र पासवान के पिता बाबू लाल मछली का व्यवसाय करता है. उसने पुलिस को बताया कि आर्थिक तंगी के कारण उसका झुकाव नक्सलियों की तरफ हो गया था. 2006 में शादी होने के बाद उसकी दोस्ती नक्सली संगठन के सक्रिय सदस्य रमेश पासवान हो गयी. वह अक्सर मेरे घर पर आकर विस्फोटक छिपाता था. उसके साथ अक्सर पांच से छह लोग होते थे. उसके आने पर खाने-पीने की व्यवस्था करनी पड़ती थी. उसके पिता व भाई भी मुङो सहयोग करते थे. इसी क्रम में गांव की महिला मंजू देवी भी नक्सली संगठन से जुड़ गयी.