-कात्यायनी की कविता पर आधारित हॉकी खेलती लड़कियां का मंचन-किलकारी के प्रांगण में ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों ने अभिनय से मन मोहा
मुजफ्फरपुर.
किलकारी के प्रांगण में कात्यायनी की कविता हाॅकी खेलतीं लड़कियां पर आधारित नाटक की प्रस्तुति दी गयी. लड़कियों का अभिनय देख दर्शक मुग्ध रह गये. इस नाटक का निर्देशन रंगकर्मी राजेश निर्मल ने किया. दिल्ली की चरखा संस्था के बैनर तले पांच दिवसीय रंगमंच कार्यशाला हो रही है. ब्रह्मपुरा स्थित होटल में सात प्रखंडों की 20 लड़कियां कार्यशाला का हिस्सा हैं. ये सभी लड़कियां ग्रामीण क्षेत्रों की हैं. उन्हें अभिनय, संवाद आदि के गुर सिखाये जा रहे हैं. इस नाटक के जरिये यह दिखाया गया है कि पुरुषवादी समाज में लड़कियों को हाॅकी जैसे खेल खेलने से रोका जाता है, लेकिन लड़कियां पितृसत्ता को चुनौती देते हुए हाॅकी खेल कर ही मानती हैं. नाटक में सिमरन सहनी, प्रियंका साह, अंजलि भारती, गुड़िया, रिमझिम, श्रीति राज, वंदना, तनुजा भारती, विजया भारती, काजल, कंचन, प्रिया, नेहा, निशा, विमला, निधि, अंशु, रिंकल, चंचल, आरती ने अभिनय किया. इस मौके पर चरखा के शम्स तमन्ना, किलकारी की पूनम, संतोष सारंग, आनंद पटेल सहित बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है