वर्षों पुराने विवाद की जांच करने पहुंचे बीडीओ
मामला करवा मवि उर्दू में विवाद काकमतौल, दरभंगा . जाले प्रखंड के स्कूलों में कहीं शिक्षकों के बीच कहासुनी तो कहीं हेडमास्टर और शिक्षा समिति के बीच तनातनी, शिक्षकों और ग्रामीणों के बीच की गुटबाजी भी आये दिन स्कूलों में तालाबंदी का कारण बनती है़ गुरुवार को भी उमवि करवा उर्दू में वषार्ें से चल […]
मामला करवा मवि उर्दू में विवाद काकमतौल, दरभंगा . जाले प्रखंड के स्कूलों में कहीं शिक्षकों के बीच कहासुनी तो कहीं हेडमास्टर और शिक्षा समिति के बीच तनातनी, शिक्षकों और ग्रामीणों के बीच की गुटबाजी भी आये दिन स्कूलों में तालाबंदी का कारण बनती है़ गुरुवार को भी उमवि करवा उर्दू में वषार्ें से चल रहे विवाद की जांच करने पहुंचे बीडीओ महेशचंद्र को देखते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. स्कूल में प्रभार के सवाल पर दो शिक्षकों के बीच चल रही तनातनी और ग्रामीणों द्वारा की गयी तालाबंदी की घटना ज्यादा पुरानी नहीं है़ लगभग दो महीने पहले इस विद्यालय पर ग्रामीणों और अभिभावकों का आक्रोश फूटा और स्कूल में तालाबंदी कर दी गयी थी. दोनों विवादित शिक्षकों के स्थानांतरण पर ग्रामीण माने तो ताला खुला़ गुरुवार को जांच के क्रम में बीडीओ महेशचन्द्र समक्ष ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा़ ग्रामीणों का कहना था कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायत की गई, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई़ तालाबंदी के बाद बीईओ देव शरण राउत द्वारा जांच रिपोर्ट समर्पित करने के बाद शिक्षक अशरफ राजा को निलंबित किया जा था, परंतु निलंबन की बात तो दूर स्थानांतरण भी नहीं किया गया़ सूत्रों की माने तो बीइओ की जांच रिपोर्ट में पदस्थापित दोनों शिक्षकों द्वारा आपसी रंजिश और दबंगता का प्रदर्शन करने के कारण नौनिहालों का भविष्य चौपट हो रहा है. तत्कालीन बीईओ राज कुमार मांझी के समय डीपीओ कार्यालय से उक्त शिक्षक पर कार्रवाई को लेकर तीन-तीन आदेश जारी किये गए, परंतु कोई कार्रवाई नहीं की गयी.