मुजफ्फरपुर: कलम के जादूगर रामवृक्ष बेनीपुरी की दो पुस्तकें ‘रोजा लग्जम वर्ग एक जीवनी’ व ‘रवींद्र भारती’ का लोकार्पण 29 नवंबर को नागपुर के लोहिया अध्ययन केंद्र में किया गया. बेनीपुरी के बेटे डॉ महेंद्र बेनीपुरी की ओर से संपादित दोनों पुस्तकों का लोकार्पण समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने किया.
उन्होंने कहा कि बेनीपुरी राजनैतिक विचारघारा के अंतर्गत समाजवाद से गहरे जुड़े हुए थे. उनकी कृति रोजा लग्जम वर्ग एक जीवनी समाजवादी क्रांतिकारी रोजा की जीवनी पर केंद्रित है. बेनीपुरी ने यह जीवनी लिख कर हिंदी संसार को महान नेत्री से परिचित कराया है. दूसरी कृति रवींद्र भारती भारती कवि गुरु रवींद्र नाथ की वैसी कविताओं का अनुवाद है, जिसमें पूंजीवाद व अर्थतंत्र का विरोध है. बेनीपुरी रवीद्रनाथ की कविता के मर्म तक पहुंचते हैं व बोलचाल की भाषा में उसे फिर से सृजित करते हैं. यह दोनों महत्वपूर्ण कृतियां है. इसका स्वागत विशाल हिंदी पाठक वर्ग अवश्य करेंगे.
इससे पूर्व विषय प्रवेश डॉ हरीश अडयालकर ने कराया. कवि-आलोचक डॉ संजय पंकज ने कहा कि बेनीपुरी एक संघर्षधर्मी व लोक चेतना से जुड़े हुए बड़े लेखक हैं. उनके विचारों में जन मूल्य व लोक तत्वों का सहज समावेश है. दोनों कृतियों के संपादक डॉ महेंद्र बेनीपुरी ने कहा कि अभी रामवृक्ष बेनीपुरी की कई कृतियों को सर्वसुलभ कराना है. इन दोनों कृतियों के आने मेरा मन बहुत हलका हुआ है. जयप्रकाश नारायण की प्रेरणा से रोजा की जीवनी का लेखन बेनीपुरी ने किया था. आयोजन में डॉ शीला बेनीपुरी मौजूद थी. समारोह का संचालन डॉ बाल कृष्ण महाजन, व धन्यवाद ज्ञापन टीकाराम साहू आजाद ने किया.