मुजफ्फरपुर : स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर एसकेएमसीएच में नवनिर्मित पीकू भवन में कोरोना वार्ड शिफ्ट किया गया है, लेकिन बच्चों को भर्ती करने के लिए पुराने अस्पताल के आइसीयू में जगह कम पड़ गयी है. नौ बेड के आइसीयू वार्ड में बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. प्री-फेब्रिकेटेड पीकू वार्ड को चालू करने में अभी एक सप्ताह का समय लग सकता है.
एसकेएमसीएच में व्यवस्था से नाराज होकर 21 बच्चों को उनके परिजन निजी अस्पताल में ले गये. पीकू वार्ड में तैनात डाॅक्टर ने बताया कि दो दिनों में 11 बच्चों को लामा किया गया है. कुछ लोग तो बिना बताये चले गये. कुछ ने व्यवस्था से क्षुब्ध होने की बात कही. इसमें एक सीतामढ़ी की एइएस पीड़ित बच्ची भी है.
कोरोना वार्ड के शिफ्ट होने के बाद भी नवजात बच्चों को पीकू भवन ही रखा गया है. दिन में तो डाॅक्टर बच्चों को देख लेते हैं, लेकिन रात को इमरजेंसी होने पर जाने से कतरा रहे हैं. इस कारण 24 घंटे में 10 बच्चे लामा हो गये. यानी परिजन बिना सूचना बच्चों को लेकर चले गये.
अस्पताल अधीक्षक डाॅ सुनील कुमार शाही ने बताया कि प्री फेब्रिकेटेड पीकू वार्ड में कोरोना मरीज के भर्ती होने के कारण उसे सैनिटाइज किया जा रहा है. तबतक पुराने आईसीयू में बच्चों को भर्ती किया जा रहा है. एक सप्ताह में प्री फेब्रिकेटेड पीकू वार्ड में बच्चों को भर्ती किया जायेगा.
posted by ashish jha