वक्फ की जमीन पर चिपकने लगा परचा
मुजफ्फरपुर: कमरा मुहल्ला के शिया समुदाय के लोगों ने वक्फ स्टेट की जमीन बचाने के लिए वक्फ के मसजिदों में परचा लगाना शुरू कर दिया है. सबसे पहले कमरा मुहल्ला स्थित मसजिद में परचा लगाया गया. जिसमें मोतवल्ली से वक्फ की जमीन का ब्योरा मांगा गया है. परचे में कहा गया है कि वक्फ की […]
मुजफ्फरपुर: कमरा मुहल्ला के शिया समुदाय के लोगों ने वक्फ स्टेट की जमीन बचाने के लिए वक्फ के मसजिदों में परचा लगाना शुरू कर दिया है. सबसे पहले कमरा मुहल्ला स्थित मसजिद में परचा लगाया गया. जिसमें मोतवल्ली से वक्फ की जमीन का ब्योरा मांगा गया है. परचे में कहा गया है कि वक्फ की जमीन का ब्योरा नहीं देने वाले मोतवल्ली अपनी निजी जमीन को भी नहीं बेच सकेंगे. ऐसा होता है तो समुदाय के लोग आंदोलन करेंगे.
इमाम सैयद मो काजिम शबीब ने कहा कि कमरा मुहल्ला के बाद हम लोग कोल्हुआ पैगंबरपुर जायेंगे. वहां की वक्फ की जमीन का भी हिसाब नहीं मिल रहा है. वहां भी परचा लगायेंगे. हमलोग मोतवल्ली से अपील कर रहे हैं कि वे वक्फ की जमीन का ब्योरा मसजिद में चिपका दे ताकि लोगों को वक्फ की जमीन का पता चल सके, नहीं तो निजी जमीन भी नहीं बेचने देंगे.
लोकल कमेटी या डीएम को दें किराया
अखाड़ाघाट कब्रिस्तान की जमीन पर चल रहे 24 दुकानों का किराया मो तकी खां वक्फ की लोकल कमेटी को दिया जाये. दुकानदार चाहे तो वे जिला प्रशासन को किराया दे सकते हैं. यह जानकारी मौलाना सैयद काजिम शबीब ने दी. कहा, इसके लिए दुकानदारों के साथ बैठक की गयी है. दुकानदारों ने इसके लिए वक्त लिया है. मौलाना शबीब ने कहा कि वे इस मामले में डीएम से बात करेंगे. वक्फ लॉ के अनुसार किराया लोकल कमेटी को जाना चाहिए या डीएम अपने स्तर से इसकी मॉनीटरिंग करें.