पंचतत्व में विलीन हुए एएसआइ विरेंद्र

— जिला प्रशासन की ओर से किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने पर लोगों में आक्रोशमड़वन. पूर्णिया जिले में तैनात एएसआइ विरेंद्र कुमार का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव मड़वन भोज के श्मशान घाट में किया गया. मुखाग्नि उनके पुत्र छोटू राज ने दी. दिवंगत एएसआइ के अंतिम दर्शन के लिए काफी संख्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2014 10:02 PM

— जिला प्रशासन की ओर से किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने पर लोगों में आक्रोशमड़वन. पूर्णिया जिले में तैनात एएसआइ विरेंद्र कुमार का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव मड़वन भोज के श्मशान घाट में किया गया. मुखाग्नि उनके पुत्र छोटू राज ने दी. दिवंगत एएसआइ के अंतिम दर्शन के लिए काफी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि पहुंचे. मुखिया नजमा खातून,प्रमुख मो मोहसिन, राजद नेता मो हैदर आजाद, वैद्यनाथ सिंह, शिवजी सहनी, दिलीप कुमार समेत कई लोग ने श्रद्धांजलि दी. इधर, मृतक एएसआइ विरेंद्र कुमार के दरवाजे पर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था. उनके छोटे भाई धर्मेंद्र गमगीन थे. जबकि विरेंद्र की पत्नी चंदा देवी का रो-रोकर बुरा हाल था. वहीं मां राजकली देवी को बेहोशी की सूई देकर सुलाया गया था. चाचा सखिचन्द्र राम, चाची दुलारी देवी, फुआ राजपति देवी के आंसू भी थम नहीं रहे थे. दिवंगत एएसआइ के बेटों को लोग बार-बार ढांढस बंधा रहे थे. देर शाम तक उनकी पत्नी चंदा देवी बेहोश पड़ी थी. वह कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है. इधर राजद के प्रखंड अध्यक्ष फारूक आजम व अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्णिया से पुलिस अधिकारियों ने एएसआइ विरेंद्र कुमार का शव यहां लाया. लेकिन अभी तक जिले या प्रखंड से कोई अधिकारी पीडि़त परिवार की सुधि लेने नहीं पहुंचा. यह काफी निंदनीय है. इसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चा है.

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