थोड़ी जमीन में फलों के अधिक पौधे लगायेंगे किसान

बामेती ने शुरू की किसानों को जागरू क करने का कार्य सात जिले के किसानों को आत्मा में होगा आवासीय प्रशिक्षणवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरफलदार पौधे लगाने का तकनीक बदल गया है. अब किसान कम जमीन में अधिक पौधे लगायेंगे. पहले की भांति अब आम व लीची के बड़े पौधा नहीं होंगे. बदलते तकनीकी दौर में कम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2014 8:02 PM

बामेती ने शुरू की किसानों को जागरू क करने का कार्य सात जिले के किसानों को आत्मा में होगा आवासीय प्रशिक्षणवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरफलदार पौधे लगाने का तकनीक बदल गया है. अब किसान कम जमीन में अधिक पौधे लगायेंगे. पहले की भांति अब आम व लीची के बड़े पौधा नहीं होंगे. बदलते तकनीकी दौर में कम जमीन में अधिक पौधा लगाने पर जोर दिया जा रहा है. कृषि विशेषज्ञों का दावा है कि पौधा छोटा होने पर मेंटेनेंस पर लागत काफी कम जायेगा. पौधे के सही देखरेख पर फलों का उत्पादन भी बढि़या होगा. मंजर निकलने के वक्त किसान आसानी से दवा का छिड़काव कर सकते हैं. फलों की देखरेख भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं. फल टूटने के बाद फलों के डंटल तोड़ सकते हैं. सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव कर सकते हैं. यह कार्य बड़े पौधों पर संभव नहीं था. कम जमीन में अधिक पौधे लगाने के लिए कृषि विभाग ने पहल शुरू कर दी है. 19 से 24 दिसंबर तक होगा प्रशिक्षण बिहार कृषि प्रबंधन व प्रसार प्रशिक्षण संस्थान (बामेती) ने किसानों को जागरू क करने की योजना बना ली है. बामेती के निदेशक डॉ आर एन सिंह ने जिले के सभी आत्मा परियोजना निदेशक को पत्र दिया है. विभाग से तैयार प्रशिक्षण कैलेंडर के अनुसार आत्मा ‘हाइ डेंसिटी प्लांटिंग व फ्रूट क्रॉप एंड औचार्ड मैनेजमेंट’ विषय पर छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम करेगा. इसमें सात जिले के किसान शामिल होंगे. किसानों का प्रशिक्षण 19 से 24 दिसंबर का आत्मा सभागार मुजफ्फरपुर में होना तय किया गया है. इसमें वैशाली, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पटना, नालंदा, पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण जिले के किसान इसमें भाग लेंगे.

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