हम नाहिं आजु रहब एहि आंगन…
मुजफ्फरपुर. मैथिली पिरषद के तत्वावधान में सोमवार से होने वाले मैथिली सम्मान दिवस की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ. इसकी शुरुआत श्रेया की प्रस्तुति ‘जय जय भैरवी असुर भयाउनी…’ से हुई. वहीं सुरेंद्रनाथ ठाकुर ने जब, ‘पोखरि में मखान गामे-गामे, दारू के दोकान गामे-गामे…’ सुनाया तो श्रोता मंत्र मुग्ध हो गये. विशेखा झा ने […]
मुजफ्फरपुर. मैथिली पिरषद के तत्वावधान में सोमवार से होने वाले मैथिली सम्मान दिवस की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ. इसकी शुरुआत श्रेया की प्रस्तुति ‘जय जय भैरवी असुर भयाउनी…’ से हुई. वहीं सुरेंद्रनाथ ठाकुर ने जब, ‘पोखरि में मखान गामे-गामे, दारू के दोकान गामे-गामे…’ सुनाया तो श्रोता मंत्र मुग्ध हो गये. विशेखा झा ने ‘हम नाहिं आजु रहब एहि आंगन…’ गाकर खूब तालियां बटोरी. सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम की सफलता पर पंडित गंगा प्रसाद झा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विचार विमर्श किया गया. इसमें उपाध्यक्ष जलेश्वरनाथ मल्लिक, संयुक्त सचिव रूद्र नारायण चौधरी, डॉ इंदुधर झा, सतीश कुमार ठाकुर, राज कुमार झा, दिलीप कुमार मलिक आदि ने भाग लिया.